अमरावती

मेलघाट में तीन महीने में 49 बाल मृत्यु

योजनाओं को अमल में लाने प्रश्नचिन्ह

अमरावती/प्रतिनिधि दि.३ – मेलघाट में अप्रैल से जून इन तीन माह में 6 वर्ष तक के करीबन 49 बालकों की मृत्यु होने की बात सामने आयी है. जिनमें 29 दिन से एक वर्ष तक के 17 बालकों का समावेश है. कुपोषण को कम करने का दावा प्रशासन व्दारा किया जा रहा है फिर भी बड़े पैमाने पर बालमृत्यु को अमल में लाने पर प्रश्नचिन्ह उपस्थित हो रहा है.
धारणी और चिखलदरा इन दो तहसीलों में विस्तारित आदिवासी बहुल मेलघाट में कुल 322 गांव है. यह भाग हमेशा कुपोषित बालक, बालमृत्यु एवं माता मृत्यु के लिए चर्चा में रहता है.

-नवजात मृत्यु संख्या 113 तो 10 माता मृत्यु हुई है.
– इनमें से 130 बाल मृत्यु में शून्य से एक वर्ष के बालकों का समावेश है.शून्य से सात दिनों के 81 बालकों की मृत्यु हुई है.
– जोखीम के समय बालकों को बालरोग तज्ञ व्दारा घर-घर जाकर जांच कर स्वास्थ्य सेवा करने व प्रसूति तज्ञों को भी घर जाकर जांचकरना आवश्यक होने की बात स्वयंसेवी संस्था व्दारा कही जा रही है.

गंभीर परिस्थिति में ठहराये गये नुसार मेलघाट में बालरोग तज्ञ भेजे जाने की बात मानवाधिकार आयोग के सामने कही गई. लेकिन इसका कोई फायदा नहीं. मेलघाट की बालमृत्यु व माता मृत्यु रोकने के लिए शासन व्दारा तत्काल उपाय योजना की जानी चाहिए.
– एड. बंड्या साने, गाभा समिति सदस्य

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