अमरावतीमहाराष्ट्र

मजीप्रा की 49 प्रतिशत वसूली

प्राइवेट एजंसी की मदद आई काम

* बडे बकायदारों की लिस्ट बनना शुरु
* कई बडे नाम, जिन्होंने नहीं भरे 5 वर्ष से पानी के बिल
अमरावती/दि.30– महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण द्वारा मार्च अर्थात वित्त वर्ष के अंतिम माह में शुरु की गई जोरदार वसूली मुहिम सफल कही जा सकती है. गत चार वर्षों में पहली बार 49 प्रतिशत वसूली हो जाने के आंकडे मजीप्रा द्वारा दिए जा रहे हैं. यह भी बताया गया कि, प्राइवेट एजंसी की सहायता जीवन प्राधिकरण के लिए फायदेमंद रही है. जिसकी बदौलत इस वर्ष की 61 करोड की वसूली लक्ष्य में से 31 करोड वसूल कर लिए गए हैं. दूसरी तरफ ऐसे भी बडे लोग है, जिन्होंने गत पांच वर्षो से पानी का बिल नहीं भरा है. उनकी लिस्ट बनाना शुरु है. मजीप्रा के अधिकारियों ने अमरावती मंडल को बताया कि, इन बडे बकायदारों की सूची बनना शुरु है. शीघ्र इनके नाम मजीप्रा सार्वजनिक करेगी.

* कनेक्शन काटने का उपाय कारगर
मजीप्रा ने जिस प्राइवेट कंपनी को वसूली सौंपी है, उसके लोगों ने अमरावती मंडल को बताया कि, पानी पट्टी के पैसे चुकाने में लोग खूब आनाकानी कर रहे थे. जब नल कनेक्शन काटने की कार्रवाई शुरु की गई तो लोगों ने कम से कम 10-20 प्रतिशत बिल का तुरंत नकद भुगतान किया. कई इलाको में वसूली के लिए गए पथक से कनेक्शन धारको की हिलहुज्जत भी हुई. किंतु आखिर पानी का बिल भरना तो पडेगा.

* हर माह डेढ करोड का बिजली बिल
मजीप्रा को घर-घर पानी पहुंचाने के लिए बिजली का उपयोग करना पडता है. जिसमें सिंभोरा डैम से आए पानी को साफ करना शामिल है. ऐसे पानी के शुद्धीकरण और घर-घर पहुंचाने में मजीप्रा को हर माह लगभग डेढ करोड रुपए की बिजली लगती है. उसे यह बिल चुकाना पडता है. इसके अलावा बांध से पानी लेने के 25 लाख, केमिकल मिलाने 4.26 लाख, पम्पिंग मशीनरी के लिए 60 लाख का खर्च हर माह है.

* 60 लोग ऐसे जिन पर बाकी एक-एक लाख
मजीप्रा ने बताया कि, महानगर पालिका की बकाया को छोडकर तुलना में अच्छी वसूली हुई है. उसी प्रकार जो बडे बकायदार की सूची बन रही है उसमें 60 लोग ऐसे है, जिन पर 80 हजार से एक लाख रुपए से अधिक के पानी पट्टी बिल बकाया है. उनके नाम वरिष्ठों की इजाजत लेकर मजीप्रा स्थानीय स्तर पर सार्वजनिक करेगी. एक अधिकारी ने अमरावती मंडल को बताया कि, लोगो ने पांच-पांच वर्ष से बिल नहीं भरे है.

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