मेडीकल वेस्ट के निपटारे हेतु मनपा को मिलती है 5.65 लाख रुपयों की रॉयल्टी
शहर में अस्पतालों से निकलनेवाले मेडीकल वेस्ट का शास्त्रीय पद्धति से होता है निपटारा

अमरावती/दि.23– शहर में स्थित अस्पतालों से रोजाना 700 से 800 किलो मेडीकल वेस्ट निकलता है. अमरावती मनपा क्षेत्र में स्थित जिला सामान्य अस्पताल, जिला स्त्री अस्पताल व सुपर स्पेशालिटी अस्पताल सहित निजी अस्पतालों से निकलनेवाले मेडीकल वेस्ट को संकलित करने हेतु मनपा प्रशासन ने ग्लोबल इकोसेफ नामक कंपनी से करार किया है. इसके चलते कंपनी द्वारा अपने वाहनों के जरिए शहर के अस्पतालों से मेडीकल वेस्ट को संकलित कर उसे बडनेरा के पास स्थित प्लांट में ले जाकर शास्त्रोक्त पद्धति से नष्ट किया जाता है. जिसके जरिए अमरावती मनपा को सालाना 5 लाख 65 हजार रुपयों की रॉयल्टी मिलती है.
बता दें कि, अस्पतालों से निकलनेवाले बायोमेडीकल वेस्ट को लेकर प्रदूषण नियंत्रण मंडल द्वारा स्पष्ट दिशानिर्देश जारी किए गए है. जिसके अनुसार अस्पतालों से निकलनेवाले जैविक कचरे यानि बायोमेडीकल वेस्ट को एक विशिष्ट वातावरण में ही नष्ट किया जाता है. उसके बाद उस पर प्रक्रिया करना भी आवश्यक है. अन्य शहरों में बायोमेडीकल वेस्ट को लेकर मनपा के आरोग्य विभाग को ही उपाय करने पडते है. परंतु अमरावती में निजी कंपनी सक्रिय रहने के चलते संबंधित अस्पतालों को इस कचरे की प्रक्रिया हेतु पैसे अदा करने पडते है और इस प्रक्रिया से संबंधित कंपनी को भी आर्थिक फायदा होता है और कंपनी द्वारा मनपा को रॉयल्टी अदा की जाती है. जिससे मनपा को भी आर्थिक लाभ होता है.
* शहर में 234 अस्पताल
अमरावती शहर में मान्यता प्राप्त 234 निजी अस्पताल व दवाखाने है. जहां पर रोजाना होनेवाले मरीजों के इलाज की वजह से बायोमेडीकल वेस्ट तैयार होता है. जिस पर प्रक्रिया कर उसे नष्ट करने का काम बडनेरा शहर के पास स्थित प्लांट में किया जाता है. अमरावती महानगर में ग्लोबल इकोसेफ नामक एजेंसी मेडीकल वेस्ट को संकलित करती है. जिसके लिए इस एजेंसी का स्वतंत्र वाहन रोजाना शहर के निजी अस्पतालों में जाता है और प्रत्येक अस्पताल से बायोमेडीकल वेस्ट संकलित करता है.
* बायोमेडीकल वेस्ट हेतु प्रति बेड नुसार शुल्क
बायो वेस्ट का संकलन करने हेतु करार रहनेवाली एजेंसी द्वारा संबंधित अस्पताल से प्रति बेड शुल्क लिया जाता है और संकलन का कार्य रोजाना नियमित समय पर किया जाता है, ऐसी जानकारी ग्लोबल इकोसेफ के संचालकों द्वारा दी गई है.
* प्रति माह निकलता है दो से ढाई टन कचरा
अमरावती शहर में स्थित सरकारी व निजी अस्पतालों से हर महिने लगभग दो से ढाई टन कचरा निकलता है. जिसे ग्लोबल इकोसेफ एजेंसी द्वारा प्रक्रिया एवं नष्ट करने हेतु बडनेरा स्थित प्लांट पर भेजा जाता है.
* महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल के निर्देशानुसार बायोमेडीकल वेस्ट को नष्ट करने की प्रक्रिया की जाती है. अस्पतालों से कचरा संकलित करने हेतु एजेंसी द्वारा शुल्क लिया जाता है. वहीं मनपा प्रशासन को सालाना 5 लाख 65 हजार रुपए की रॉयल्टी मिलती है.
– डॉ. विशाल काले
वैद्यकीय अधिकारी, अमरावती मनपा.