अमरावती /दि.4- विगत 24 घंटें के दौरान अमरावती जिले सहित यवतमाल जिले के वणी में हुई तीन अलग-अलग घटनाओं में 5 लोगों की पानी में डूब जाने की वजह से मौत हो गई. यह हादसे सालबर्डी के हाथीडोह, मोर्शी के अप्पर वर्धा डैम और वणी तहसील के वांजरी परिसर में पानी से भरी खदान में घटित हुए.
* भाभी का अस्थी विसर्जन करते समय हाथीडोह में देवर की मौत
– मप्र में गडगा नदी से बरामद हुआ शव
मिली जानकारी के मुताबिक श्रीक्षेत्र सालबर्डी में अपनी दिवंगत भाभी का अस्थी विसर्जन करते हुए गए ब्रह्मानंद वासुदेव गोंडाणे (40, मणीमपुर) नामक व्यक्ति की हाथीडोह में डूबकर मौत हो गई. इस समय जब रक्षा विसर्जन की प्रक्रिया चल रही थी, तो ब्रह्मानंद नदी पार करते हुए अगरबत्ती लाने गया था. जहां से वापिस लौटते समय पैर फिसल जाने की वजह से वह पानी के बहाव में बह गया. यह देखकर उसका भतीजा सचिन गोंडाणे भी उसे बचाने हेतु नदी में उतरा और डूबने लगा. जिसे आसपास स्थित मछूआरों ने तुरंत हरकत में आकर बचा लिया. लेकिन तब तक ब्रह्मानंद गोंडाणे काफी आगे बह गया था. जिसका शव मध्यप्रदेश की सीमा में गडगा नदी से बरामद हुआ. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
* मोर्शी के भोईपुर बांध में मिला युवक का शव
उधर मोर्शी के रामजी बाबा नगर में रहने वाले 35 वर्षीय युवक का शव रविवार की सुबह भोईपूरा खेत परिसर स्थित अप्पर वर्धा बांध से बरामद हुआ. मृतक की शिनाख्त तृषाल महल्ले के तौर पर हुई है. बांध में मच्छीमारी करने वाले मछूआरों की सहायता से मोर्शी पुलिस के दल ने शव को बांध के पानी से बाहर निकाला. जो पूरी तरह से सड चुका है. ऐसे में उपजिला अस्पताल के डॉक्टरों को मौके पर ही बुलाकर बांध के किनारे ही शव का पोस्टमार्टम किया गया. तृषाल महल्ले करीब 3-4 दिनों से अपने घर से लापता था. जिसकी शिकायत उसके परिवार ने मोर्शी पुलिस थाने में दर्ज करवाई थी. ऐसे में अनुमान जताया जा रहा है कि, जिस दिन तृषाल महल्ले अपने घर से लापता हुआ, उसी दिन शायद उसकी पानी में डूबकर मौत हो गई थी.
* खदान में तैरने गए तीन दोस्तों की डूब जाने से मौत
उधर यवतमाल जिलांतर्गत वांजरी गांव की खदान में भरे पानी में तैरने हेतु उतरे तीन दोस्तों की गहरे पानी में डूब जाने की वजह से मौत हो गई. इसकी जानकारी मिलते ही वणी पुलिस का दल तुरंत मौके पर पहुंचा और तीनों के शव खदान के पानी से खोजकर बाहर निकले गए. मृतकों की शिनाख्त एकता नगर निवासी आसिम अब्दूल सत्तार शेख (16) व नुमान शेख शादीक शेख (16) तथा प्रगती नगर निवासी प्रतिक संजय मडावी (16) के तौर पर हुई है.
जानकारी के मुताबिक तीनों ही लडके वणी के एक महाविद्यालय में कक्षा 11 वीं के छात्र थे और एक-दूसरे के गहरे दोस्त भी थे. शनिवार को वे दिनों ही अपने दुपहिया वाहन क्रमांक एमएच-29/वाय-5342 पर सवार होकर शहर के पास स्थित वांजरी के खदान परिसर में पहुंचे. जहां उन्होंने अपने मोबाइल के जरिए सेल्फी निकालने के साथ ही रिल्स भी बनाई. इस परिसर में बंद पडी एक खदान में काफी बडे पैमाने पर पानी भरा हुआ है. जो किसी छोटे तालाब की तरह दिखाई देता है. जिसे देखकर तीनों के मन में नहाने व तैरने की इच्छा जागी, तो उन्होंने अपने कपडे व चप्पल बाजू निकालकर रखे और अपने मोबाइल को दुपहिया वाहन के डिक्की में रखकर तीनों पानी में उतर गए. जहां से वे बाहर नहीं आ पाए. इधर जब तीनों लडके अपने घर नहीं पहुंचे, तो उनके परिजनों को चिंता होनी शुुरु हुई और उन्होंने सभी यार-दोस्तों से पूछताछ की, तो पता चला कि, वे तीनों कहीं लाँग ड्राइव पर गए है. ऐसे में तीनों लडकों के अभिभावकों ने उनके मोबाइल फोन पर कॉल करनी शुुरु की. लेकिन पूरी रिंग जाने के बावजूद दूसरी ओर से कोई भी फोन नहीं उठा रहा था. जिससे चिंता और अधिक बढ गई.
उधर वांजरी परिसर में स्वप्निल रहाटे नामक किसान शाम 5 बजे के आसपास खेतीबाडी का काम निपटाकर अपने बैलों के साथ अपने घर जाने निकले, तो उन्हें खदान के पास एक दुपहिया वाहन खडा दिखाई दिया. जिसकी डिक्की से मोबाइल के रिंग बजने की आवाज आ रही थी. परंतु डिक्की लॉक थी. साथ ही दुपहिया वाहन के पास तीन लडकों के चप्पल-जूते व कपडे पडे हुए थे. ऐसे में उन्हें पूरा मामला समझते देर नहीं लगी. इसके बाद स्वप्निल रहाटे ने तुरंत अपने गांव के कुछ लोगों को मौके पर बुलाया. इस समय तक दुपहिया वाहन की डिक्की से एक के बाद एक लगातार मोबाइल के रिंगटोन बजने की आवाजें आ रही थी. क्योंकि दूसरी ओर से तीनों बच्चों के अभिभावक लगातार फोन कॉल कर रहे थे. ऐसे में स्वप्निल रहाटे ने दुपहिया के पास पडे कपडों की तलाशी ली, तो एक कपडे में से दुपहिया की चाभी मिली. जिससे गाडी की डिक्की खोलकर उन्होंने मोबाइल फोन पर आने वाली कॉल को रिसिव किया और बताया कि, यह गाडी वांजरी खदान परिसर में खडी है. यहां पर तीन लडकों के पकडे व जूते-चप्पल है, लेकिन तीनों लडकों का कोई अता-पता नहीं है. यह पता चलते ही तीनों लडकों के माता-पिता ने तुरंत वणी पुलिस से संपर्क किया और वे घटनास्थल पर पहुंचे. पश्चात शाम 7 बजे गोताखोरों की मदद से खदान के पानी में खोजबीन शुरु की गई. परंतु किसी का पता नहीं चला. पश्चात रविवार की सुबह शुरु की गई खोजबीन के बाद तीनों युवकों के शव बरामद हुए. इस घटना से पूरे परिसर में हडकंप व्याप्त है.