अमरावतीमहाराष्ट्र

अप्पर वर्धा बांध में 50.40 फीसद पानी शेष

जिले में 46.18 प्रतिशत जलभंडारण

* सिंचन प्रकल्प के जल संग्रहण में भारी गिरावट
* 53 प्रकल्पो पर परिणाम
अमरावती/दि.19– ग्रीष्मकाल की शुरुआत हो गई है. सिंचन प्रकल्प का जलस्तर उष्णता के कारण दिनोंदिन कम होता जा रहा है. वर्तमान स्थिति में जिले में 46.18 प्रतिशत जल संगहित है. इसमें से 45 लघु प्रकल्पो में 40.77 प्रतिशत जल संग्रहण है. करीबन 30 लघु प्रकल्प सूख गए है. जबकि लघु प्रकल्प के जल संग्रहण में काफी तेजी से गिरावट आ गई है. इस कारण आगामी समय में प्रकल्पो पर निर्भर गांव पर जलसंकट गहराने की संभावना है. वहीं जिले के सबसे बडे प्रकल्प अप्पर वर्धा बांध में 50.40 फीसद पानी शेष है.
आगामी समय में पानी की और भीषण समस्या निर्माण होनेवाली है. औसतन प्रतिशत को देखते हुए विदर्भ का जलस्तर कम होने से बांधो का पानी सावधानी से इस्तेमाल करने का आवाहन जलसंपदा विभाग के सामने है. साथ ही इस वर्ष जलापूर्ति में कटौती करने के संकेत है. अमरावती जिले में अप्पर वर्धा प्रकल्प सहित जलापूर्ति किए जानेवाले 7 मध्यम और 45 लघु प्रकल्प है.

इसमें से अप्पर वर्धा बांध पर अमरावती ग्रामीण व वर्धा जिले की जलापूर्ति सहित अमरावती शहर व औद्योगिक वसाहत की जलापूर्ति अवलंबित है. जलापूर्ति का सर्वाधिक तनाव रहे इस बांध में 50.40 प्रतिशत यानि 284.25 दलघमी जल संग्रहित है. साथ ही 7 मध्यम प्रकल्पो में 104.66 दलघमी जल संग्रहित है. मध्यम प्रकल्पो पर तहसील व ग्रामीण क्षेत्र की जलापूर्ति होती है. लघु प्रकल्प के कुछ बांधो के जलसंग्रहण की स्थिति ठिक रही तो भी इसमें 85.35 दलघमी यानि 40.77 प्रतिशत जलसंग्रहण है. ग्रीष्मकाल में ढाई माह जलापूर्ति के तनाव को देखते हुए उपलब्ध जलसंग्रहन ठिक रहने की जानकारी जलसंपदा विभाग ने दी है. लेकिन जिले के ग्रामीण क्षेत्र से अधिकांश गांव में जलापूर्ति अभी से अधूरी पडने लगी है. फिलहाल सिंचन का तनाव कम हो गया है. लेकिन आगामी समय में तापमान में और बढोतरी होनेवाली है. इस कारण जलसंग्रहन में कमी आने की संभावना है. इस कारण जल किल्लत महसूस होने की संभावना दिखाई दे रही है.

* भूगर्भ के जल स्तर में गिरावट
– गत वर्ष में बारिश का प्रमाण औसतन से अधिक रहा है.
– सिंचन प्रकल्प में भी शतप्रतिशत जल संग्रहित था.
– बढे बांधो सहित मध्यम प्रकल्प के दरवाजे बार-बार खोलने पडे थे.
– कुएं और बोअरवेल का जलस्तर बढा था.
– लेकिन उस तुलना में पानी अधिक निकाले जाने से और बढते तापमान को देखते हुए भूगर्भ के जल स्तर में तेजी से कमी हो रही है, ऐसा कहा जा रहा है.

* ऐसा है प्रकल्पो का जलसंग्रहन
प्रकल्प                प्रतिशत
अप्पर वर्धा            50.40
शहानूर                47.81
चंद्रभागा              62.08
पूर्णा                    66.28
सपन                   55.13
पंढरी                   21.15
बोर्डीनाला            03.22
गडगा                 00.00
45 (लघु प्रकल्प)   40.77

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