अमरावतीमहाराष्ट्र

50 दिनों 7 मर्डर

कुल 580 एफआईआर दर्ज

* चोरी-सेंधमारी के मामले घटे
* अत्याचार की घटनाओं में वृद्धि
अमरावती /दि. 21– जिले के 31 पुलिस थानों में 1 जनवरी से 19 फरवरी के दौरान 50 दिनों में कुल 580 एफआईआर दर्ज की गई. गत वर्ष इसी अवधि के दौरान 525 एफआईआर दर्ज हुई थी, यानी गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष दर्ज हुए मामलों की संख्या 55 से अधिक रही. इस वर्ष 1 जनवरी से 19 फरवरी के दौरान 50 दिनों के बीच जिले में हत्या के 7 मामले दर्ज किए गए. जिनकी संख्या गत वर्ष भी 7 ही थी. वहीं गत वर्ष जहां इन 50 दिनों के दौरान दुराचार के 6 मामले दर्ज किए गए थे, वहीं जारी वर्ष के दौरान इन 50 दिनों में दुराचार के 20 मामले दर्ज हुए है, यानी गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष दुराचार के मामलों में अच्छा-खासा इजाफा हुआ है.
इस वर्ष 1 जनवरी से 19 फरवरी के दौरान आत्महत्या हेतु प्रवृत्त करने के 2 मामले दर्ज हुए है. वहीं गत वर्ष ऐसे 3 मामले दर्ज हुए थे. इस वर्ष नाबालिग लडके-लडकियों के अपहरण को लेकर 32 एफआईआर दर्ज की गई थी. वहीं गत वर्ष यह संख्या 22 थी. विशेष उल्लेखनीय है कि, ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद द्वारा गत वर्ष करीब 18 हजार 438 आरोपियों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई किए जाने के चलते गत वर्ष की तरह ही इस वर्ष के पहले डेढ माह दौरान चोरी, सेंधमारी व वाहन चोरी जैसे मामलों की संख्या में कमी आई है.

* 50 दिनों में 83 हादसे
1 जनवरी से 19 फरवरी के दौरान जिले के ग्रामीण इलाको में प्राणांतिक व छिटपूट कुल 83 हादसे घटित हुए. गत वर्ष इसी कालावधि के दौरान यह संख्या 73 थी. वहीं सन 2024 में सालभर के दौरान कुल 571 हादसे घटित हुए थे. जबकि सन 2023 में घटित हुए हादसों की संख्या 623 थी, यानी सन 2023 की तुलना में सन 2024 के दौरान घटित हुए हादसों की संख्या कम थी.

* जारी वर्ष के पहले 50 दिनों के दौरान कुल 580 एफआईआर दर्ज किए गए. इस कालावधि के दौरान चोरी व वाहन चोरी जैसे अपराधों में कमी आई है. क्राईम रेट को कम रखने हेतु हम 24 बाय 7 सजग है.
– विशाल आनंद
ग्रामीण पुलिस अधीक्षक

* 50 दिनों में दर्ज हुए मामले
अपराध                       गत वर्ष           जारी वर्ष
हत्या                             07                   07
हत्या का प्रयास               05                   10
चोरी                             97                    93
वाहन चोरी                     32                   23
दुराचार                         06                   20
विनयभंग                       39                   40
मारपीट                        154                 158

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