अमरावती/ दि.17- सरकारी अनाज दुकान में अंत्योदय अनाज योजना के राशन कार्ड धारकों को प्रति परिवार 1 किलो शक्कर दी जाती है. परंतु 1 किलो शक्कर के पैकेट में हकीकत में शक्कर केवल ‘950 ग्राम’ ही होती है. इसमें ‘50 ग्राम कम’ कर शासन ने गरीबों की झोपडी में मिठास कम कर डंडी मारना शुरु कर दिया है, यह सच्चाई उजागर हुई हेै.
महाराष्ट्र शासन के अनाज नागरी आपूर्ति व ग्राहक संरक्षण विभाग के तहत सरकारी अनाज दुकानदार को अनाज की आपूर्ति की जाती है. इसके लिए हर जिले में निजी एजेंसियां निर्धारित की गई है. जिलेभर के राशन दुकानों के लाभार्थियों के 50 ग्राम शक्कर का वजन किया जाए तो हजारों किलों शक्कर की डंडी मारी जा रही है. सरकारी गोदाम से आपूर्ति होने वाली शक्कर के कैसे पैर निकल आये, इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है.
इससे पहले शक्कर राशन दुकान से तौलकर दी जाती थी. परंतु अब अनाज वितरण प्रणाली बदल गई है. केवल अंत्योदय योजना के लाभार्थियों को शक्कर दिया जाता है. इसके लिए शक्कर की पैकिंग तैयार की गई है. पहले ही शासन ने किसान परिवारों को योजना अंतर्गत मिलने वाला अनाज आपूर्ति कम कर दिया है. अब प्रधान्य परिवार के लाभार्थियों के अनाज वितरण में कटौती कर डाली. इस कालाबाजारी की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, ऐसी मांग की जा रही है.