जिले की 19 गौशालाओं में 50 जोडी रेनकोट व जूते बांटे
जीवदया प्रेमी शैलेंद्र घीया व कमलेश सावला का उपक्रम
अमरावती/दि.28 – बारिश के दिनो मे गौशाला में काम करने वाले मजदूरों को गौ माता को चराने हेतु खुले मैदान जंगलों में ले जाया जाता है, इन दिनों पानी की वजह से कीचड़ जमा होने लगता है जिससे चरवाहों को काफी तकलीफ होती है वैसे ही गौशाला में काम करने वाले मजदूरों को भी गीली जगह होने से गौशाला में अनेक दिक्कतें काम करते वक्त आती है कुछ लोग बीमार भी होते है. इन्ही गौ सेवा करने वाले महिला पुरुषो की समस्या की ओर काफी कम लोगो का ध्यान जाता है. इस बात को ध्यान में रखकर इस वर्ष पहलीबार अमरावती जिले के 19 गोशाला मे 50 जोडी रेनकोट एवं जुते गोशाला में गोमाता की सेवा करने वाले मजदूरों को बारिश के दिनो मे बचाव हेतू यह साहित्य वितरीत किया गया.
मुंबई के सुप्रसिद्ध समाजसेवक जीवदया प्रेमी शैलेंद्र घीया कमलेश सावला की और से यह रेनकोट व जूते वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. अमरावती के साथ ही वाशिम, अकोला, नांदेड जिल्हा मे भी गोशाला को रेनकोट एवं जुते वितरत किये गये महाराष्ट्र की 4 जीलो की 85 गोशाला मे 200 जोडी रेनकोट जूते की किट वाटप किये गये उसी तरह अमरावती जिले मे गौरक्षण में काम करने वाली महिलाओं को व गोबर उठाने वाले मजदूरों को अमरावती के हरजीतसिंग मोंगा की ओर से जूतो का वितरण किया गया ।यह वितरण कार्यक्रम आयोजन गोशाला महासंघ महाराष्ट्र केसचिव डॉ. सुनील सूर्यवंशी, विश्व हिंदू परिषद गौरक्षा प्रमुख व गौशाला महासंघ के विजय शर्मा, विश्व हिंदू परिषद के अजितपाल मोगा द्वारा किया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु मोर्शी के अजीत जोशी, हरीश तिवारी अमरावती के दीपकजी अग्रवाल,कपिल शर्मा शुभम सांगले पंकज निखार का विशेष सहयोग रहा.