अमरावती

50 प्रतिशत किसान कर्ज माफी से वंचित

केवल 35 फीसदी को फसल कर्ज वितरण

  • महज 5-10 हजार के बकाये की वजह से अटका मामला

अमरावती/दि.14 – इस समय बारिश का मौसम शुरू होने के साथ ही खरीफ फसलों के बुआई की तैयारियां भी तेज हो गई है. किंतु अब भी जिले के 50 फीसदी से अधिक किसान कर्जमाफी से वंचित है. ऐसे में उन्हें खाद और बीज खरीदने में काफी समस्याओं का सामना करना पड रहा है. इस वर्ष 1 लाख 23 हजार 681 किसान कर्जमाफी के लिए पात्र है. जिसमें से केवल 35 हजार 304 किसानों को ही अब तक कर्ज माफी देते हुए नया फसल कर्ज मिल पाया है और 88 हजार 377 किसान पुराना कर्ज बकाया रहने के चलते नया फसल कर्ज नहीं मिलने से परेशान है, जिन्हें मजबूरीवश निजी साहूकारों से उंची ब्याजदरों पर कर्ज लेने के लिए चक्कर कांटने पड रहे है, ताकि वे अपने खेतों में समय पर खाद और बीज खरीदकर बुआई कर सके.
बता दें कि, महाविकास आघाडी सरकारने महात्मा ज्योतिराव फुले किसान कर्ज मुक्ति योजना के तहत किसानों को 2 लाख रूपये तक की कर्जमाफी दी गई है. किंतु कई किसानों पर 2 लाख 5 हजार रूपये अथवा 2 लाख 20 हजार रूपये का कर्ज बकाया है. ऐसे में उन किसानों को इस योजना से बाहर रखा गया है. इन किसानों द्वारा मांग की जा रही है कि उनका भी 2 लाख रूपयों तक कर्ज माफ किया जाये, ताकि वे शेष राशि का भुगतान करते हुए कर्जमुक्त हो सके और उन्हें नया कर्ज मिल सके.

कोविड संक्रमण के चलते लटका काम

कर्ज माफी की योजना पिछले वर्ष शुरू हुई थी और किसानों के आधार प्रमाणिकरण का काम शुरू ही हुआ था कि कोविड संक्रमण के चलते लंबे समय तक लॉकडाउन लागू कर दिया गया. जिससे लंबे समय तक आधार प्रमाणिकरण प्रक्रिया पर ब्रेक लग गया और बाद में यह प्रक्रिया बेहद सुस्त रफ्तार से चल रही है. ऐसे में जिले के 50 फीसदी किसान अब भी कर्जमाफी से वंचित है.

कर्ज वितरण में हो लचीलापण

फलबागान एवं असिंचित खेती करनेवाले किसानों को प्रतिवर्ष अलग-अलग मानकों के आधार पर कर्ज वितरित किये जाते है. इस वर्ष सिंचित जमीनों के लिए 60 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर व असिंचित जमीनों के लिए 52 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से कर्ज दिया जा रहा है. वहीं पिछले वर्ष सिंचित क्षेत्रों के लिए 52 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर व असिंचित क्षेत्रोें के लिए 45 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर का कर्ज दिया गया था.

वर्ष 2020-21 में कर्ज वितरण का ब्यौरा (रूपये करोड में)

बैंक                             लक्ष्य     वितरण    प्रतिशत
बैंक ऑफ बडोदा                50        10.91        22
बैंक ऑफ इंडिया                50         7.53        15
बैंक ऑफ महाराष्ट्र             250       55.55        22
कैनरा बैंक                       16          1.88        12
सेंट्रल बैंक                       210        42.77       20
इंडियन बैंक                     30           4.91       16
इंडियन ओवरसीज बैंक         8           0.49        6
पंजाब नैशनल बैंक             12           0.98        8
बैंक ऑॅफ इंडिया               310         54.58      18
यूको बैंक                           5            0.13       3
यूनियन बैंक                     57           5.37       9
एक्सीस बैंक                      12           0.40       3
एचडीएफसी                       30           3.05      10
आयसीआयसीआय             30           1.11       4
आयडीबीआय                     5            0.56      11
रत्नाकर बैंक                        1              00       00
इंडसइंड बैंक                    0.50           0.35      70
विदर्भ-कोंकण बैंक              18            5.49      31
जिला मध्यवर्ती बैंक           405        325.79      80
कुल                             1500      521.83     35

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