केंद्र सरकार के निर्णय के खिलाफ बंद रही कृषि मंडी
प्रतिनिधि/ दि.२२
अमरावती – केंद्र सरकार के लिये गए निर्णय के खिलाफ महाराष्ट्र की ४०७ कृषि उपज बाजार समिति (एपीएमसी) के साथ अमरावती की मंडी भी शुक्रवार को बंद रही. इसके कारण तीज, त्यौहार के अवसर पर फलों के दाम आसमान पर पहुंच गए. तीज पर लोगों को २० रुपए दर्जन में उपलब्ध होने वाला केला ५० रुपए दर्जन के भाव से खरीदना पडा. जो मकई के भुट्टे १० रुपए नग में उपलब्ध होते है उन्हीं भुट्टों की कीमत २५ रुपए प्रति नग तक रही. उल्लेखनिय यह बात है कि केेंद्र सरकार ने बाजार समिति से सेस बंद करने तथा नियमन मुक्त करने का निर्णय जारी किया है.
कृषि उपज बाजार समिति बंद रखकर कर्मचारियों ने भी केंद्र सरकार के निर्णय के खिलाफ महाराष्ट्र से पुकारे गए आंदोलन से सब्जी बिक्रेता व किसानों को कुछ हद तक परेशानियों का सामना करना पडा. हालांकि इस आंदोलन को लेकर जनजागृति की गई, इसके बावजूद एपीएमसी में सब्जी व फ्रुट के दिन तय होने से किसानों को मंडी आकर वापस लौटना पडा. एपीएमसी का ठोक अनाज मार्केट व फु्रट, सब्जी बंद रहने से कर्मचारियों ने मंडी के मुख्य गेट के सामने जोरदार प्रदर्शन करते हुए खूब नारेबाजी की.
हरितालीका तीज तथा गणेश चतुर्थी की वजह से लोगों को फल चढाने, उपवास की वजह से फलाहार के लिए अधिक मांग रहती है, इसकी वजह से लोग फल अधिक खरीदते है, मार्केंट में शुक्रवार के दिन होलसेल मार्केट बंद रहता है, लेकिन मंडी का ठोक मार्केट भी बंद रहने के कारण फलों के दाम दोगुना कर दिए गए थे. ४० से ८० रुपए किलो बिकने वाला सफरचंद कल मार्केट में १४० से १६० रुपए प्रति किलो बेचा गया. इसी तरह १० रुपए नग बिकने वाला भुट्टा २० से २५ रुपए प्रति नग बेचा गया. जो केले २० रुपए दर्जन के दाम में आसानी से मिल जाते थे वही केल कल लोगों ने ५० रुपए दर्जन तक खरीदे. इसके कारण कल तीज के अवसर पर कई सुुहागिनों को फलों से वंचित रहना पडा. गणपति स्थापना के लिए सेफ फल समेत अन्य फलों के दाम सुनकर ग्राहक दंग रह गए. जबकि फल विक्रेताओं की लॉटरी लग गई थी.