अमरावतीमहाराष्ट्र

मोथा में दूषित पानी से 50 बीमार

ब्लीचिंग पाउडर नहीं डाला जा रहा

चिखलदरा/ दि. 6- यहां से केवल पाच किमी दूर ग्राम मोथा में जल संकट के कारण टैंकर से आपूर्ति की जा रही है. यह पानी कुएं में डाला जाता है और उसमें पानी साफ करने में उपयोगी ब्लीचिंग पाउडर डालने में ग्राम सेवक की लापरवाही के कारण गांव के 50-60 लोग बीमार हो गए.
इन लोगों का ग्रामीण रूग्णालय में उपचार चल रहा है. उन्होंने पेट दर्द, उल्टी, दस्त की शिकायत की है. बच्चे बडे सभी बीमार हो गए. बच्चों की हालत खराब है. गांववालों ने टैंकर के पानी में कीडे होने का आरोप लगाया. उन्होंने प्रशासन और ग्राम सेवक पर तत्काल कार्रवाई की भी मांग की है. गांव का लगभग प्रत्येक नागरिक दूषित पानी के कारण बीमार हुआ है.

गहुली में अशुध्द पानी, फैला हैजा
पुसद – महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे वसंतराव नाइक और सुधाकरराव नाइक के मूलगांव गहुली में सार्वजनिक कुएं का पानी पीने से 20 से 25 बच्चे बूढे हैजा के शिकार हो गए हैं. दूषित पानी पीने से बच्चों ने पेट दर्द और उल्टी की शिकायत की. गत तीन दिनों से ग्रामीण यह पानी पीने मजबूर हैं. स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर और नर्सेस नहीं रहने की शिकायत भी लोगों ने की है. हैजे के मरीज बढते जा रहे. बता दे कि महाराष्ट्र को 2 मुख्यमंत्री देनेवाला यह गांव है. जबकि यहां सत्तारूढ भाजपा के विधान परिषद सदस्य नीलय नाइक अभी भी वास्तव्य करते हैं. गांव में अनेक सुख-सुविधाएं मिलनी चाहिए थी. किंतु ऐसा नहीं हो रहा. सार्वजनिक कुएं के पास ही महिलाएं कपडे वगैरह की धुलाई करती हैं.

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