* तहसील में 25 मूर्तिकार बनाते है मूर्ति
धामणगांव रेलवे/ दि. 10-विगत कुछ वर्षो से शिल्पकारों की मूर्ति की अन्य जिले में मांग बढ गई है. एक तहसील में 25 से अधिक मूर्तिकार गणेशजी की छोटी- बडी 50 हजार से अधिक मूर्तिया बनाते है. अमरावती, वर्धा, यवतमाल, आर्वी, बाभुलगांव, वरूड, तिवसा इन तहसील से मूर्ति की मांग हो रही है. 19 से 28 सितंबर दौरान गणेशोत्सव होगा. किंतु गणेशोत्सव की तैयारी अभी से शुरू हो रही है, ऐसा दिखाई दे रहा है. हर साल दीपावली खत्म होते ही धवणेवाडी में रवि कावले यह गणेशमूर्ति बनाने की काम की शुरूआत करते है. साधारण रूप से एक सीजन में तीन हजार गणेश मूर्ति तैयार की जाती है. गणपति का मुख्य मॉडेल स्वयं बनाने का कावले ने बताया.
* रंग की कीमत में वृध्दि
रंग की किमते 25 प्रतिशत से बढी है. रंग काम करने के लिए लगनेवाली साहित्य पेन, गन, कप गन आदि सामग्री के भाव बढ जाने से मूर्ति के भाव पर उसका परिणाम दिखाई देते है. पीओपी की मूर्ति बनाने के लिए सांचे का उपयोग किया जाता है. कुछ मूर्तिकार वे स्वयं बनाते है. ऐसी जानकारी प्रकाश जयस्वाल ने दी.
* 15 फूट की मूर्ति का निर्माण
शहर में 3 से 15 फूट की मूर्ति बनाने का काम दो माह पूर्व शुरू हो गया है. मिट्टी की मूर्ति की मांग की जा रही है. यवतमाल व सावरगांव से लाल मिट्टी लायी जाती है. वर्धा नदी के किनारे तथा मंगरूल दस्तगीर मूर्ति तैयार की जाती है.
* पीओपी की गणेशमूर्ति इस बार भी होगी महंगी
कच्चे माल की किमत में वृध्दि होने के कारण प्लॉस्टर ऑफ पैरिस की गणेशमूर्ति इस बार भी महंगी होगी. 20 से 25 प्रतिशत कीमते बढेगी. विगत वर्ष में 8 हजार 300 रूपए टन प्लास्टर ऑफ पैरिस इस बार 9 हजार 500 रूपए टन हुआ है तथा शाडू मिट्टी के भाव 30 से 40 प्रतिशत से बढे है. 35 से 40 किलो के पोते धामणगांव शहर में पहुंचने तक 900 रूपए में पडते है. ऐसा मूर्तिकार संतोष सूर्यवंशी ने बताया.