जिला व तहसील स्तर पर शादी समारोह मेें ५०० लोगों की दी जाए अनुमति
विवाह संघर्ष कृति समिति ने किया धरना आंदोलन
अमरावती प्रतिनिधि/दि.२ – विवाह संघर्ष कृति समिति की ओर से आज संपूर्ण राज्यभर में धरना आंदोलन किया गया. इस समय जिला व तहसील स्तर पर शादी समारोह हेतु ५०० लोगों की अनुमति देने की मांग की गई. उसके बाद अपनी विविध मांगों का निवेदन जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे को भेजा गया. निवेदन में बताया गया कि कोरोना महामारी के चलते देश के अंतर्गत व्यवसायिको को बडी आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.सामाजिक, वैवाहिक, धार्मिक व राजनीतिक कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है. जिसके चलते टेंट, मंडप, कैटरी, बैंकवेट हॉल, डीजे,साऊंड, लाईट, डेकोरेशन, इवेंट प्रबंधक आदि सेवाए देनेवाले लाखों लोग प्रवाहित होकर आर्थिक दिक्कतों में फंस गये है. जिसके चलते वे मानसिक तनाव में आकर आत्महत्या करने के लिए मजबूर नजर आ रहे है. भारत सरकार के आदेशों पर ५० फीसदी लोगों की उपस्थिति में होटल, बैंकवेट हॉल, मंडप, फार्म हाऊस, टेंट में शादी समारोह कराने की अनुमति दी गई है. लेकिन इतनी कम संख्या में कार्यक्रम करने के लिए आयोजक सहमत नहीं है. व्यवसाय इतने कम खर्च में करने पर खर्च भी नहीं निकल रहा है. इसलिए ५०० लोगों की मौजूदगी में शादी समारोह निपटाने की अनुमति दी जाए, कर्जधारको का ब्याज माफ किया जाए.
ईएमआय स्थिति सामान्य होने तक शुरू नहीं की जाए. सभी टेंट, मंडप, व्यवसाय धारको को उद्योग का दर्जा दिया जाए ताकि रोजगार व व्यवसाय चलाने के लिए उनको बैंक की ओर से कर्ज आसानी से उपलब्ध हो सके. सहित अन्य मांगे की गई. निवेदन सौंपते समय विनोद डागा, विनोद राठी, बंडु धोटे,विजय धर्माले, श्री राम बॅन्ड के महेन्द्र सरवाटे, निलेश लढ्ढा, आनंद राठी, राजेश चौबे, दीपक भाऊहेरे, अनिल वानखडे, पुरोहित प्रकाश , संजय साहू, जीतु मडिया, राजेन्द्र हिरूलकर,अजिंक्य गुल्हाने, रामेश्वर मंडप, चंद्रकांत मेहरे, आसोपा डेकोरेटर्स, उत्तमराव बनसोड,पुनित जढ्ढा, पियूष लढ्ढा, आदि उपस्थित थे.