अमरावती

500 शिक्षकों के होेंगे ऑनलाइन तबादले

सर्वसाधारण क्षेत्र में 10 वर्ष व एक स्कूल में 5 वर्ष सेवा की शर्त

अमरावती/दि.21 – गत वर्ष कोरोना के चलते टाले गए शिक्षकों के तबादलों को ग्रामविकास विभाग ने हरी झंडी दिखाई है. इस बाबत मार्गदर्शक तत्व घोषित किये है. कुल शिक्षकों के 10 प्रतिशत तबादले किये जाएंगे. इस कारण जिला परिषद की सेवा में रहने वाले लगभग 500 शिक्षक इस बार स्थानांतरित होंगे. बरसों से अति दुर्गम क्षेत्र में सेवा दे रहे शिक्षकों को इससे बडी राहत मिलेगी.
शिक्षकों के हर वर्ष ही तबादले करने की सरकार की नीति है. इस बार मई महिने में यह तबादलें करने चाहिए. इस तरह की सूचना दी गई है. यह तबादले पारदर्शी होने चाहिए, इसके लिए शासन स्तर पर ऑनलाइन प्रक्रिया की जा रही है. फिर भी गांव, तहसील, जिला स्तर पर शिक्षकों के मंजूर पद व रिक्त पदों का मेल बनाकर वह किये जाएंगे. फिलहाल कोरोना का प्रादुर्भाव देख शाला कब शुरु होगी, इस बाबत अनिश्चितता है. फिर भी बगैर शिक्षकों के एक भी शाला नहीं रहेगी और प्रक्रिया समय पर होनी चाहिए, इस तरह की सूचना है. शासनादेश के अनुसार होने वाले इस ऑनलाइन तबादलों से शिक्षकों को राहत मिली है.

आंतर जिला तबादलों के लिए पर्याय

अन्य जिले में तबादला कर जाने वाले शिक्षकों को भी आंतरजिला तबादले के लिए 4 जिलों का पर्याय सुझाना होगा. उसमें भी उन्होंने प्राथमिकता क्रम देना जरुरी है. संबंधित जिले के रिक्त पद और वहां से तबादले पर आने वाले इच्छूक शिक्षकों की संख्या में यह तबादले किये जाएंगे. सरकार के आदेश के अनुसार होने वाले इन तबादलों से शिक्षक वर्ग को बडी राहत मिली है.

दिव्यांग, बीमार, विधवाओं को प्राधान्य

सरकार के तबादलों की नीति में दिव्यांग, गंभीर बीमार, विधवा, परितक्ता, हृदयरोगी, कैंसर, किडनी की बीमारी से ग्रस्त शिक्षकों को इन तबादलों में प्राथमिकता देने की सूचना दी गई है. उसके लिए इन शिक्षकों को अपनी बीमारी के बारे में प्रमाणपत्र पेश करना होगा, इस तरह की जानाकारी जिला परिषद के शिक्षा विभाग ने दी है.

बादले के लिए पात्र शिक्षकों के निकष निश्चित

शिक्षकों के तबादले करते समय उसके लिए सरकार ने निकष तय किये है. एक जगह 5 वर्ष अथवा उससे ज्यादा वर्ष कार्यरत रहने वाले शिक्षकों के तबादले किये जाएंगे. उसमें भी संबंधित शाला के शिक्षकों की सेवा ज्येेष्ठता ग्राह्य मानी जाएगी. जिससे की सुविधा की जगह बरसों तक ठिय्या लगाकर बैठे कर्मचारियों की अन्यत्र नियुक्ति की जाएगी.

  • तबादला नीति के अनुसार कुछ शुध्दिपत्रकों की आवश्यकता है. शासन निर्णय के अनुसार सर्वप्रथम भारी क्षेत्र घोषित होना आवश्यक है. उसकी बजाय तबादले के लिए पात्र शिक्षकों की संख्या निश्चित होना मुश्किल है. संगठन व्दारा दी गई सूचना के अनुसार शुध्दिपत्रक तत्काल जारी करना जरुरी है. तबादले की प्रक्रिया में राज्यस्तर पर नोडल अधिकारी व तकनिकी अधिकारी आदि की नियुक्ति होना आवश्यक है. किंतु उस दृष्टि से अभी तक कार्रवाई नहीं हुई.
    – किरण पाटिल, राज्य उपाध्यक्ष
    अ.भा. महाराष्ट्र प्राथमिक शिक्षक संघ

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