अमरावती

जिले में पाए गए 519 कुष्ठरोगी, 378 हुए बीमारी से मुक्त

आज से स्पर्श कुष्ठरोग जनजागृति अभियान शुरु

अमरावती/दि.30 – जिले में 1 अप्रैल से 31 दिसंबर 2022 इन 9 माह की कालावधि के दौरान 519 कुष्ठरोगी पाए गए. वहीं समय पर किए गए इलाज के चलते 378 मरीज इस बीमारी से मुक्त हो गए. इस आशय की जानकारी जिला स्वास्थ्य प्रशासन द्बारा दी गई है.
बता दें कि, कुष्ठरोग निवारण का स्वप्न राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्बारा देखा गया था. जिसके चलते प्रतिवर्ष 30 जनवरी को उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर देशभर में कुष्ठरोग निवारण दिवस मनाया जाता है. इसके तहत इस वर्ष भी 30 जनवरी से जिले में स्पर्श कुष्ठरोग जनजागृति पखवाडा मनाया जा रहा है. केंद्र सरकार द्बारा कुष्ठरोग का उच्चाटन करने हेतु राष्ट्रीय कुष्ठरोग नियंत्रण कार्यक्रम चलाए जाने की शुरुआत की गई है. इसके तहत प्रतिवर्ष कुष्ठरोग खोज अभियान चलाया जाता है और कहीं पर भी कुष्ठरोगी पाए जाने पर मरीज में बीमारी की तीव्रता को जांच जाता है. साथ ही बीमारी के लक्षणों को ध्यान में रखते हुए आगे का इलाज किया जाता है. शरीर और चेहरे पर तैयार हुई गाठों की सरकारी अस्पताल में नि:शुल्क शल्यक्रिया की जाती है. विगत 9 माह के दौरान जिले में चलाए गए खोज अभियान के तहत 519 नये कुष्ठरोगी पाए गए.

* एक साल में मरीज होता है ठीक
कुष्ठरोग का निदान होने पर तुरंत ही इलाज शुरु करना बेहद जरुरी है. सरकारी अस्पताल में किया इलाज नि:शुल्क किया जाता है. इलाज के चलते 6 माह से एक वर्ष की कालावधि के दौरान ठीक हो जाता है. ऐसे में कुष्ठरोग के लक्षणों की ओर अनदेखी नहीं की जानी चाहिए.

* कुष्ठरोग मुक्ति के लिए प्रयास जरुरी
प्रतिवर्ष 30 जनवरी को समूचे देश में कुष्ठरोग निवारण दिवस के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन के निमित राज्य में सर्वेत्र कुष्ठरोग जनजागृति पखवाडा चलाया जाता है. जो 13 फरवरी तक चलता है. इस दौरान विविध जनजागृति कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इस वर्ष इस परखाडे का घोषवाक्य ‘कुष्ठरोग के खिलाफ लडाई लडे, कुष्ठरोग को खत्म करें’ रखा गया है.

कुष्ठरोग को ठीक करने का सूत्र त्वरित निदान और शीघ्र उपचार सरकार अस्पताल में कुष्ठरोगियों पर नि:शुल्क इलाज किया जाता है. विगत 9 माह के दौरान 378 मरीज इस बीमारी से मुक्त हुए है.
– दिपक गडलिंग,
वैद्यकीय पर्यवेक्षक, कुष्ठरोग.

 

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