अतिवृष्टि प्रभावित फसलों के लिए 542 करोड की निधी मंजुर
जिले के 53 राजस्व मंडलों में हुआ था नुकसान
अमरावती-/दि.12 इस बार खरीफ सीझन के दौरान विगत 10 अगस्त तक जिले के 53 राजस्व मंडलों में अतिवृष्टि होने के चलते 2 लाख 91 हजार 991 किसानों के 3 लाख 8 हजार 292 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचित, असिंचित व बहुवार्षिक फसलों का नुकसान हुआ था. साथ ही कई इलाकों में खेतों की उपजावू मिट्टी भी बाढ के पानी में बह गई थी. ऐसे में सरकार ने ‘एसडीआरएफ’ के मानकों की तुलना से अधिक दरों पर फसलों के नुकसान हेतु 533.14 करोड रूपये तथा खेतों के बह जाने से हुए नुकसान हेतु 9.4 करोड ऐसे कुल 542.19 करोड रूपयोें की निधी मंजुर की है, जो जारी सप्ताह के दौरान विभागीय आयुक्त कार्यालय के जरिये जिले को प्राप्त होगी. पश्चात इस निधी का तहसीलनिहाय वितरण किया जायेगा.
जानकारी के मुताबिक जिले में सर्वाधिक 2 लाख 40 हजार 980 किसानों का 2 लाख 56 हजार 955 हेक्टेयर क्षेत्र में असिंचित फसलों का 33 फीसद से अधिक नुकसान हुआ है. जिसके लिए प्रति हेक्टेयर 13 हजार 600 रूपये के हिसाब से 349.45 करोड रूपये की मांग की गई है. असिंचित क्षेत्र में सोयाबीन का 1,07,681 हेक्टेयर, कपास का 91,846 हेक्टेयर, तुअर का 37,783 हेक्टेयर, मूग का 12.35 हेक्टेयर, उडद का 79.76 हेक्टेयर, तिल्ली का 1.75 हेक्टेयर, मक्का का 10,540 हेक्टेयर, ज्वार का 5,091 हेक्टेयर, मिरची का 146 हेक्टेयर तथा अन्य फसलों का 3,673 हेक्टेयर क्षेत्र में अतिवृष्टि की वजह से नुकसान हुआ है.
वही 2,062 किसानों की बहुवार्षिक फसलों व फलबागानों का नुकसान हुआ. जिसमें केले का 80 हेक्टेयर, प्याज का 4 हेक्टेयर व साग-सब्जी का 1,260 हेक्टेयर क्षेत्र में हुए नुकसान का समावेश है. इसके लिए 27 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से 3.38 करोड रूपये की निधी मंजुर की गई है. इसके अलावा 48,877 किसानों की बहुवार्षिक फसलों का नुकसान हुआ है. जिसमें 49,854 हेक्टेयर मेंं संतरा, 203 हेक्टेयर में मोसंबी व 28 हेक्टेयर में आवले, ऐसे कुल 50,084 हेक्टेयर में हुए नुकसान का समावेश है. जिसके लिए 36 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से 9.04 करोड रूपये की सहायता राशि मंजुर की गई है.