आपदा के कारण 55 व्यक्तियों की मृत्यु, 377 मवेशी मृत
पश्चिम विदर्भ के 667 गांव और 2033 परिवार बाधित
अमरावती/दि. 11 – पश्चिम विदर्भ की सभी तहसीलो ने औसतन बारिश का आंकडा पार कर लिया है. लगातार बारिश, अतिवृष्टि जैसी आपदा के कारण 55 नागरिकों की मृत्यु हुई है. इसके अलावा छोटे-बडे 377 मवेशियों की मृत्यु हुई है. साथ ही 4308 मकानों को क्षति पहुंची है. संभाग के 37 तहसीलों के 770 गांव को इस आपदा में नुकसान हुआ है. इस बारिश के कारण 2033 परिवार बाधित हुए है.
अमरावती विभाग में 1 जून से 10 सितंबर की कालावधि में 662.5 मिमी. औसतन बारिश अपेक्षित थी. लेकिन प्रत्यक्ष में 791 मिमी. बारिश रिकॉर्ड हुई है. यह औसतन 119.4 प्रतिशत है. गत वर्ष इसी तारीख में 86.2 प्रतिशत बारिश हुई थी. लगातार बारिश, अतिवृष्टि के कारण नदी-नालों में आई बाढ के कारण 39 व्यक्ति बह गए है तथा गाज गिरने से 10 लोगों की मृत्यु हुई है. इसके अलावा दीवार ढहने से 3 और अन्य कारणो से 3 लोगों की मौत हुई है. इसमें के 34 प्रकरणों में अब तक 1.36 करोड रुपए का सानुग्रह अनुदान दिया गया है.
* 4308 मकानों को क्षति
इस आपदा में 63 मकानों का पूरी तरह नुकसान हुआ है. जबकि 780 मकानों को मामूली क्षति पहुंची है. इसके अलावा 3460 कच्चे मकानों को भी क्षति पहुंची है. इसमें 5 झोपडी तथा 137 कोठे नष्ट हुए है. इस बाबत स्थानीय प्रशासन द्वारा सर्वेक्षण किया जा रहा है. पात्र प्रकरणों में राजस्व विभाग द्वारा सानुग्रह अनुदान दिया जा रहा है.
* यवतमाल जिले में सर्वाधिक नुकसान
अतिवृष्टि के कारण विभाग में 2 लाख 52 हजार 839 हेक्टेअर क्षेत्र की फसलों को नुकसान हुआ है तथा नदी-नालों में आई बाढ के कारण 1479 हेक्टेअर क्षेत्र की फसले बर्बाद हो गई. बाढ के कारण 163 हेक्टेअर क्षेत्र में गाद जमा होने से फसलों को नुकसान हुआ है. अतिवृष्टि के कारण यवतमाल जिले में 175627 हेक्टेअर, अमरावती 5811 हेक्टेअर, अकोला 51056, वाशिम 10412 और बुलढाणा जिले में 9933 हेक्टेअर क्षेत्र की फसलों को नुकसान होने की प्राथमिक रिपोर्ट है.