राज्य की उर्जा निर्मिती क्षमता अब 55 हजार मेगावैट
डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दी जानकारी
अमरावती/दि.8-आजादी मिलने के बाद से अब तक महाराष्ट्र की बिजली निर्मिती क्षमता 40 हजार मेगावैट तक थी, परंतु विगत ढाई साल में 20 हजार मेगावैट की सौर उर्जा प्रकल्प मंजूर करने से महाराष्ट्र की उर्जानिर्मिती क्षमता अब 55 हजार मेगावैट हुई है, यह जानकारी डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दी.
फडणवीस ने नागपुर के बुटीबोरी एमआईडीसी परिसर में अवाडा इलेक्ट्रो प्रायव्हेट लिमिटेड की सोलर पैनल, सोलर सेल और अपारंपारिक उर्जा निर्मिती उपकरण निर्मिती प्रकल्प का भूमिपूजन किया. फडणवीस ने कहा कि, महाराष्ट्र में उर्जा क्षेत्र में बडा परिवर्तन हो रहा है, किसानों के लिए विशेष उर्जा कंपनी स्थापित की गई. 12 हजार मेगावैट क्षमता के सोलर पार्क का काम शुरु किया. इसमें अवाडा कंपनी 1200 मेगावैट सौर उर्जा निर्मिती करेंगी. यह केवल 9 महीने में हुआ है. अब तक 4 हजार मेगावैट सौर उर्जा प्रकल्प का काम किया जानेवाला है. पहले बिजली प्रति यूनिट 8 रुपए में मिलती थी और किसानों को 1.25 रुपए में दी जाती थी. उर्वरित रकम के लिए सरकार की तिजोरी पर अथवा उद्योजकों पर बोझ डाला जाता था. अब बिजली औसतन 3 रुपए में मिल रही है. यानी 5 रुपए की बचत है. किसानों को दिन में भी बिजली मिलने लगी है. 2030 तक महाराष्ट्र 50 प्रतिशत अपारंपरिक उर्जा इस्तेमाल करने वाला पहला राज्य होगा, यह विश्वास भी फडणवीस ने व्यक्त किया.
* पांच हजार लोगों को रोजगार
बुटीबोरी में अवाडा समूह 14 हजार करोड का निवेश करनेवाला है. आगामी अप्रैल तक उत्पादन शुरु होगा. इससे 5 हजार लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा और इस प्रकल्प में 51 प्रतिशत महिला कर्मचारियों का समावेश रहेगा, ऐसा भी फडणवीस ने बताया.