अमरावती

राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज का 55वां पुण्यतिथि महोत्सव

गुरुकुंज में कीर्तन सम्मेलन का उद्घाटन

* दो दिन चलने वाले इस सम्मेलन का जोग महाराज शिक्षा संस्थान के सचिव चंदेले नाना के हाथों हुआ उद्घाटन
गुरुकुंज मोझरी/दि.1– राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज के 55वें पुण्यतिथि महोत्सव अंतर्गत आयोजित द्विदिवसीय कीर्तन सम्मेलन का उद्घाटन जोग महाराज शिक्षण संस्था के सचिव चंदेले नाना के हाथों किया गया. प्रमुख अतिथि के रूप में डॉ. भावार्थ देखने, वासुदेव महाराज टापरे, विलास सूर्यवंशी, पद्माकर देशमुख, रामचंद्र कांडलकर, अशोक पावड़े, सचिन पवार, संदीप महाराज गिरे, सर्वाधिकारी लक्ष्मण गमे, दामोदर पाटिल, महासचिव जनार्दन गोथे, आचार्य हरिभाऊ वेरुलकर, सरपंच सुरेंद्र भिवगड़े उपस्थित थे.

सम्मेलन की अध्यक्षता लक्ष्मणदास कालेमहाराज ने की. प्रमुख अतिथियों ने तथा लक्ष्मण काले महाराज ने अध्यक्षीय संबोधन में मार्गदर्शन
किया. सामूहिक प्रार्थना में सभी धर्मों का समन्वय-सचिन पवार राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज ने आसान भाषा में सभी धर्मों के समन्वय से सामूहिक प्रार्थना शुरू की. तुकड़ोजी महाराज 20वीं सदी का महान चमत्कार माने जाते है. पंडित के पास शब्द व शास्त्र रहते हुए भी विश्व कल्याण के लिए इसका कोई उपयोग नहीं रहता. संतों के पास ज्ञान के साथ करुणा रहने से वह विश्व कल्याण का मार्ग दिखाते हैं. ग्रामगीता के 27वें अध्याय में उपासना की पूर्व परंपरा बताई गई है. ईश्वर के सामने कोई छोटा या बड़ा नहीं रहता. ईश्वर तक अपनी पुकार पहुंचनी चाहिए. सामूहिक प्रार्थना करते समय आत्मा अर्पण कर ईश्वर को पुकारना चाहिए, ऐसे विचार सचिन पवार ने व्यक्त किए. वह राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज पुण्यतिथि महोत्सव अंतर्गत सामूहिक प्रार्थना पर चिंतन करते समय बोल रहे थे.

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