अमरावतीविदर्भ

सोयाबीन बीजों के ५७ फीसदी सैम्पल फेल

(soybean) जांच रिपोर्ट में सामने आयी जानकारी

अंकुरण क्षमता नहीं रहनेवाले बीज दिये गये किसानों को

प्रतिनिधि/दि.१९

अमरावती – इस वर्ष खरीफ के मौसम में किसानों को बेचे गये सोयाबीन के बीज बोगस निकलने की शिकायतें बडे पैमाने पर कृषि विभाग को प्राप्त हुई थी. जिसके चलते कृषि विभाग द्वारा सोयाबीन बीजों के सैम्पल जांच हेतु प्रयोगशाला में भेजे जाने पर इनमें से ५७.९३ प्रतिशत सैम्पल फेल हो जाने की सनसनीखेज रिपोर्ट कृषि विभाग को प्राप्त हुई है. जिसका सीधा मतलब है कि, इस बार किसानों को अंकुरण क्षमता नहीं रहनेवाले सोयाबीन बीज बेचे गये. ज्ञात रहे कि, इस बार सोयाबीन बीजों में अंकुरण क्षमता नहीं रहने को लेकर समूचे राज्य में बडे पैमाने पर शिकायतें सामने आयी. जिसमें से अधिकांश शिकायते मध्य प्रदेश की एक कंपनी द्वारा बेचे गये सोयाबीन बीजों के संदर्भ में थी. अकेले पश्चिम विदर्भ क्षेत्र में ही बोगस सोयाबीन बीजों को लेकर करीब ३२ हजार १७५ शिकायतें प्राप्त हुई थी. जिसमें से १६ हजार ४९६ किसानों की शिकायतों को कृषि विभाग द्वारा किये गये स्पॉट पंचनामे में बिल्कूल सही पाया गया. जिसकी वजह से संबंधित किसान बीज उत्पादक कंपनियों से नुकसान भरपाई प्राप्त करने हेतु पात्र साबित हुए. वहीं दूसरी ओर सोयाबीन बीजों के संदर्भ में लगातार प्राप्त हो रही शिकायतों को ध्यान में रखते हुए कृषि विभाग ने संभाग के पांचों जिलों से ४५९ सैम्पल संकलित करते हुए उनकी सरकारी प्रयोगशाला में जांच करवायी. जहां पर ५७.९३ यानी २६५ सैम्पल फेल, अर्थात अप्रमाणित पाये गये. इन २६५ सैम्पलवाले बीजों में अंकुरण व उपज क्षमता ही नहीं रहने की बात इस जांच के जरिये साबित हुई है.

१६२ मामले अदालती कार्रवाई के लिए पात्र

इन २६५ में से १६२ सैम्पलों के मामलों में संबंधितों के खिलाफ अदालत में मामला चलाया जा सकता है. इतने सबूत व साक्ष उपलब्ध है. वहीं अब तक ७५ मामलों को लेकर अदालती कार्रवाई शुरू की जा चुकी है. जिसमें से ११ मामलों मेंं गंभीर स्वरूप की कार्रवाई की जायेगी. अमरावती संभाग में अब तक बोगस बीजों से संबंधित मामलों में तीन अपराधिक मामले दर्ज किये है.

किसानों को ठगने पूरी श्रृंखला कार्यरत

बीज उत्पादक कंपनियों तथा कृषि साहित्य के थोक विक्रेताओं की आपसी मिलीभगत से जारी सीझन में किसानों के साथ बडे पैमाने पर जालसाजी और ठगबाजी की गई. इसके तहत बुआई के सीझन की शुरूआत में कई जिलों में बीज विक्रेताओं ने सोयाबीन बीजों की कृत्रिम किल्लत निर्माण करते हुए किसानों को उंची दरों पर बीज बेचे, लेकिन इसमें से अधिकांश बीज बोगस निकले. जिसके बाद कृषि विभाग के पास बोगस बीजों को लेकर बडे पैमाने पर शिकायतें प्राप्त होना शुरू हुई.

  • अमरावती संभाग में प्रातिनिधिक तौर पर सोयाबीन बीजों के ४५९ सैम्पल लिये गये. जिसमें से २६५ सैम्पलों को अप्रमाणित पाया गया है. ऐसे में अब इस मामले में संबंधितों के खिलाफ न्यायालयीन कार्रवाई की जा रही है और इस मामले में किसी को भी बख्क्षा नहीं जायेगा.

– सुभाष नागरे सहसंचालक (कृषि) अमरावती संभाग

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