58 हजार पदवी, 210 पीएचडी व 136 पदकों का होगा वितरण
25 मई को संगाबा अमरावती विवि का दीक्षांत समारोह
* राज्यपाल कोश्यारी व उच्च शिक्षा मंत्री सामंत रहेंगे उपस्थित
अमरावती/दि.20– स्थानीय संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ का 38 वां दीक्षांत समारोह आगामी 25 मई को अपरान्ह 3 बजे डॉ. पंजाबराव देशमुख वैद्यकीय महाविद्यालय परिसर स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज सभागृह में संपन्न होने जा रहा है. इस दीक्षांत समारोह में 58 हजार विद्यार्थियों को पदवी, 210 विद्यार्थियों को आचार्य पदवी तथा 136 विद्यार्थियों को विविध पदकों व नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा.
राज्य के राज्यपाल तथा विद्यापीठ के कुलपति भगतसिंह कोश्यारी की अध्यक्षता में आयोजीत होने जा रहे इस दीक्षांत समारोह में राज्य के उच्च व तंत्र शिक्षा मंत्री उदय सामंत एवं विद्यापीठ के कुलगुरू डॉ. दिलीप मालखेडे बतौर प्रमुख अतिथी उपस्थित रहेंगे.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, विद्यापीठ के इतिहास में पहली बार दीक्षांत समारोह का आयोजन विद्यापीठ परिसर से बाहर होने जा रहा है और पहली बार यह आयोजन सुबह 10 बजे की बजाय अपरान्ह 3 बजे आयोजीत होगा. जिसे लेकर इस समय विद्यापीठ में दीक्षांत समारोह की तैयारियों के संदर्भ में अच्छी-खासी गहमागहमी देखी जा रही है. विशेष रूप से परीक्षा विभाग में विभिन्न शाखाओं की पदवियों को तैयार करने का काम युध्दस्तर पर किया जा रहा है. साथ ही साथ पीएचडी सेल विभाग मेें भी संशोधक विद्यार्थियों को पीएचडी पदवी वितरण के लिहाज से काफी दौडभाग की जा रही है. इसके अलावा वित्त व लेखा विभाग में सुवर्ण, रौप्य व कांस्य पदक हेतु पात्र रहनेवाले विद्यार्थियों को पदक सहित नकद पुरस्कार वितरित करने की तैयारियां अपने अंतिम चरण में है.
दीक्षांत समारोह के आयोजन में केवल 5 दिन का समय शेष रहने के चलते कुलगुरू डॉ. दिलीप मालखेडे, कुलसचिव डॉ. तुषार देशमुख, परीक्षा व मूल्यांकन मंडल के संचालक डॉ. हेमंत देशमुख के मार्गदर्शन में विद्यापीठ के अधिकारी व कर्मचारी युध्दस्तर पर काम में जुटे हुए है.
* भव्य-दिव्य समारोह की तैयारी
अमरावती विद्यापीठ के कुलगुरू डॉ. दिलीप मालखेडे मूलत: अमरावती के ही निवासी है और उनके कुलगुरू पद के कार्यकाल में यह पहला दीक्षांत समारोह है. ऐसे में इस आयोजन में कहीं पर भी किसी भी तरह की कोई कमी न रह जाये तथा यह समारोह भव्य-दिव्य हो, इस बात की ओर खुद कुलगुरू डॉ. दिलीप मालखेडे व्यक्तिगत स्तर पर ध्यान दे रहे है. साथ ही साथ इस आयोजन का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने को लेकर भी कुलगुरू डॉ. मालखेडे का विशेष जोर है. इस आयोजन में अतिथियों सहित पदवी, पीएचडी पदवी तथा पदक व पुरस्कार प्राप्त विद्यार्थियों के लिए स्वतंत्र व्यवस्था की जायेगी.