अमरावती/दि.8– जिले में पिछले वर्ष मलेरिया विभाग ने 2444 संदिग्ध मरीजों की खून की जांच की. जिसमें 586 डेंगू पॉजिटिव पाए गए. 125 को चिकनगुनिया होने का खुलासा हुआ. 42 रुग्ण मलेरिया के मिले. यह जानकारी विभाग ने दी है. यह भी बताया कि डेंगू के सर्वाधिक मरीज शहरी क्षेत्र में मिले. अधिकांश का उपचार कर उन्हें घर भेज दिया गया. कुछएक की डेंगू के कारण जान चली गई.
* 2022 से तीन गुना हुए मरीज
2022 की तुलना में 2023 में डेंगू के रुग्ण की संख्या तीन गुना हो जाने की जानकारी भी विभाग ने दी है. स्वास्थ्य महकमे का कहना है कि मच्छरों के प्रकोप से डेंगू-मलेरिया का प्रभाव बढा है. जिसमें मरीज को बुखार, सिरदर्द, बदनदर्द, शरीर पर चट्टे होना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. ऐसे रुग्ण को तत्काल अस्पताल जाकर अपने खून की जांच करवानी चाहिए.
* सितंबर में रहा प्रकोप
सितंबर, अक्तूबर और नवंबर तीन माह में डेंगू के संदिग्ध मरीजों की संख्या अधिक रही. इस दौरान सर्वाधिक रक्त नमूनों की जांच की गई. मच्छर के प्रकोप से डेंगू शहर में फैला था. शहर में ही 346 को डेंगू ने चपेट में लिया था. अभी बीमारी नियंत्रण में रहने का दावा भी स्वास्थ्य विभाग ने किया है. यह भी बताय गया कि पिछले वर्ष में 125 मरीज चिकनगुनिया के पाए गए. जिसमें से अधिकांश अर्थात 85 मरीज देहात के रहे. वहीं मलेरिया के 42 मरीजों में से 37 गांवों से जुडे मरीज