अमरावती

एक ही दिन की बारिश में 59 पुलों को नुकसान

चार रास्ते हुए आवाजाही के लिए बंद

* रास्तों व पुलों को सुधारने 5 करोड रूपयों की जरूरत
* 20 जुलाई को हुई अतिवृष्टि का नतीजा
अमरावती/दि.26- विगत 20 जुलाई को हुई अतिवृष्टि तथा भारी बारिश के चलते आयी बाढ की वजह से जिले के 59 छोटे-बडे पुलों का नुकसान हुआ है और पुलों के बह जाने या टूट जाने की वजह से करोडों रूपये की सरकारी संपत्ति क्षतिग्रस्त हुई है. ऐसे में पुलों के पुननिर्माण के साथ ही अप्रोच रास्तों की अति आवश्यक दुरूस्ती के लिए 44 करोड रूपये का प्रस्ताव तैयार कर सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग ने राज्य सरकार के पास भेजा है. साथ ही इस समय जिले के चार रास्तों पर वाहनों की आवाजाही बंद है. जिसे दुबारा शुरू करने के लिए बेहद आवश्यक कामों हेतु पांच करोड रूपयों की सख्त जरूरत है.
बता दें कि, विगत 20 जुलाई को हुई अतिवृष्टि के चलते जिले के कई नदी-नालों में बाढ आ गई है और बाढ का पानी पुलों के उपर से बहने लगा. ऐसे में कई पुलों को भारी नुकसान हुआ है. साथ ही कई नदी-नालों पर बनें पुल तो पुरे के पुरे ही बह गये है. जिसके चलते संबंधित रास्तों पर आवाजाही रूक गई है. जिसे दुबारा शुरू करने के लिए तत्काल में 5 करोड रूपये की जरूरत है. इस आशय की जानकारी सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग की अधीक्षक अभियंता अरूंधती शर्मा द्वारा दी गई है.
इस संदर्भ में दी गई जानकारी के मुताबिक जिले में कुल 200 किमी लंबाईवाले रास्ते अतिवृष्टि की वजह से डैमेज हुए है. जिसमें से सात से आठ किमी लंबाईवाले रास्ते पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गये है. ऐसे में कई गांवों का आपसी संपर्क टूट गया है और लोगों को नदी या पुल पार करने के लिए काफी समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पड रहा है. जिले में हुई अतिवृष्टि की वजह से क्षतिग्रस्त हुए चार राज्य मार्गों को अब भी वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रखा गया है.

* अतिवृष्टि के चलते बंद रहनेवाले चार मार्ग
53,700 मीटर – शिराला-डवरगांव राज्य मार्ग क्र. 308
7,800 मीटर – मोर्शी-सिंभोरा राज्य मार्ग क्र. 292
45,200 मीटर – वलगांव-पांढरी-निंभोरा रास्ता
14,400 मीटर – धारणीी-कुसुमकोट राज्य मार्ग क्र. 292

* छोटे-बडे पुलों का नुकसान
बाढ व अतिवृष्टि की वजह से जिले के 59 छोटे-बडे पुलों का नुकसान हुआ है. जिनका पुननिर्माण किया जाना बेहद जरूरी है. पुलों की सुरक्षा दीवार, वाईंडिंग, पुलों की लंबाई व चौडाई, पुलों को जोडनेवाले अप्रोच रास्ते सहित राज्यमार्ग व गांव के अंदरूनी रास्तों की स्थायी तौर पर दुरूस्ती एवं आवश्यकता नुसार निर्माण करते हुए पुलों के काम किये जायेंगे. जिसके अनुसार प्रस्ताव भेजा गया है तथा सरकार की ओर से निधी का प्रावधान होते ही काम किये जायेंगे.

20 जुलाई को हुई अतिवृष्टि की वजह से आयी बाढ के चलते कई रास्तों व पुलों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. पुलों के पुननिर्माण हेतु 44 करोड रूपयों की जरूरत पडेगी. साथ ही 59 छोटे-बडे पुलों के उपर से बाढ का पानी बहने के चलते हुए नुकसान की अति आवश्यक दुरूस्ती के लिए 5 करोड रूपयों की तुरंत जरूरत है.
– अरूंधती शर्मा
अधीक्षक अभियंता, बीएन्डसी

* 2,558 हेक्टेयर क्षेत्र फसलों का नुकसान
दो दिनों तक लगातार हुई मूसलाधार बारिश की वजह से वरूड तहसील में 2,527 हेक्टेयर तथा अंजनगांव सूर्जी तहसील में 10 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों का नुकसान हुआ है. इसके साथ ही धामणगांव रेल्वे तहसील में 21 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र की उपजाउ मिट्टी बाढ के पानी में बह गई. जिले में अब तक कुल डेढ लाख हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में बारिश की वजह से नुकसान हुआ है.

* 71 घरों में घुसा बाढ का पानी, 44 लोग स्थलांतरित
बीते 24 घंटे के दौरान मोर्शी व अंबाडा राजस्व मंडल में 75-75 मिमी बारिश दर्ज की गई. जो एक तरह से अतिवृष्टि है. इसके अलावा पिछले 48 घंटों से मोर्शी व वरूड तहसीलों में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है और वरूड तहसील के 71 घरों में बारिश का पानी घुस गया है. जिसके चलते 20 परिवारों के 44 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थलांतरित किया गया है.
राजस्व प्रशासन द्वारा किये गये प्राथमिक सर्वेक्षण के मूताबिक वरूड तहसील के 18 गांवों के 71 घरों में बाढ का पानी घुसा. ऐसे में 16 परिवारों के 40 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया. वहीं अचलपुर तहसील के चार गांवों से चार लोगों को स्थलांतरित किया गया. साथ ही यह भी पता चला है कि, लगातार हो रही बारिश की वजह से तिवसा तहसील में 2, धामणगांव रेल्वे तहसील में 39, नांदगांव तहसील में 5, मोर्शी तहसील में 74, वरूड तहसील में 136, दर्यापुर तहसील में 6 तथा चिखलदरा तहसील में 7 घरों का नुकसान हुआ है.

* 9 मृतकों के परिजनों को 36 लाख रूपयों की मदद
जिले में 1 जून से 22 जुलाई के दौरान वर्षाजनीत हादसों के चलते 12 लोगों की मौत हुई है. जिसमें से 9 मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रूपये के हिसाब से कुल 36 लाख रूपये की सहायता राशि प्रदान की गई है. इसके अलावा 3 मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट अब तक मिलना बाकी है. ऐसी जानकारी जिला प्रशासन द्वारा दी गई है. बाढ व बारिश की वजह से आयी प्राकृतिक आपदा में 9 बडे व 16 छोटे दुधारू जानवर तथा 2 बडे पालतु मवेशियों की मौत हुई है. इसके अलावा मोर्शी में 8 हजार 160 एवं चांदूर बाजार में 125 ऐसे कुल 8 हजार 275 मूर्गियों की बाढ व बारिश के चलते मौत हुई है.

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