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कई सैम्पल एनआयवी पुणे भी रवाना, अब तक रिपोर्ट मिलना बाकी
अमरावती/प्रतिनिधि दि.२४ – कोविड संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के लिए कोविड-19 का डेल्टा प्लस वेरियंट सबसे मुख्य वजह रहेगा. इस आशय की जानकारी के चलते प्रशासन द्वारा इस वेरियंट के संक्रमण को समय रहते रोकने के लिए तमाम आवश्यक कदम उठाये जा रहे है. जिसके तहत संभाग में शामिल चार जिलों से 594 संदेहित मरीजों के थ्रोट स्वैब सैम्पलों को जांच हेतु पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु प्रयोगशाला (एनआयवी) तथा दिल्ली स्थित आयसीएमआर की प्रयोगशाला भिजवाया गया है. जहां से अब तक इन सैम्पलों की रिपोर्ट मिलना बाकी है.
बता दें कि, कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान कोविड-19 वायरस का जो नया म्युटेशन पाया गया था, उसे डेल्टा वेरियंट नाम दिया गया था. इस वेरियंट में अब दुबारा म्युटेशन होकर डेल्टा प्लस वेरियंट तैयार हुआ है. डेल्टा वेरियंट की वजह से कोविड वायरस का संक्रमण काफी बडे पैमाने पर हुआ था और संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान प्रशासन को काफी दौडभाग करनी पडी थी. अभी संक्रमण की दूसरी लहर का असर जैसे-तैसे खत्म हुआ है. वहीं अब एक और नये वेरियंट का खतरा सामने है. जिससे प्रशासन सहित आम नागरिकों की चिंताएं बढ गई है. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, राज्य में डेल्टा प्लस वेरियंट से संक्रमित मरीज मिलने शुरू हो गये है. यह वायरस पहले की तुलना में कहीं अधिक घातक रहने की वजह से चिंता बढ गई है और सतर्कता के उपाय के तौर पर राज्य सरकार की गाईडलाईन के अनुसार 28 जून से दुबारा कडे प्रतिबंध लागू किये गये है.
इस बारे में जिला स्वास्थ्य प्रशासन का कहना है कि, अब तक के म्युटेशन में दिखाई देनेवाले लक्षण की डेल्टा प्लस वेरियंट से होनेवाले संक्रमण में भी दिखाई देते है. किंतु संक्रमण की चपेट में आने के बाद मरीज का स्वास्थ्य तेजी से नीचे गिरता है. साथ ही सिरदर्द, गले में सूजन और नाक बहने सहित बुखार आने के प्राथमिक लक्षण दिखाई देते है. महाराष्ट्र के साथ-साथ पडोसी राज्य मध्यप्रदेश में इस वायरस के मरीज पाये जाने के चलते इस बीमारी की तीसरी लहर को लेकर चिंताएं बढ गई है.
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सर्वाधिक 214 सैम्पल बुलडाणा जिले से
स्वास्थ्य उपसंचालक कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अमरावती संभाग से 594 सैम्पल जांच हेतु पुणे व दिल्ली भेजे गये है. जिसमें सर्वाधिक 214 सैम्पल अकेले बुलडाणा जिले से है. इसके अलावा अकोला से 120, अमरावती से 130 तथा यवतमाल से 130 सैम्पल जांच के लिए भिजवाये गये है.
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आरएनए वायरस का म्युटेशन सर्वाधिक
कोविड-19 यह आरएनए वायरस रहने के चलते इसके म्युटेट होने की संभावना काफी अधिक है. संक्रमण की दूसरी लहर के समय डेल्टा वेरियंट म्युटेट होने के बाद अब डेल्टा प्लस वेरियंट सामने आया है. इसके बारे में आगामी सप्ताह में और अधिक संशोधनात्मक जानकारी सामने आयेगी. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इस वायरस की जनुकिय जांच फिलहाल जारी है.