नामांकन के लिए 6 व प्रचार के लिए 13 दिन का समय
इस बार प्रत्याशियों को जमकर करनी होगी दौडभाग
* चुनाव प्रचार में बाधा बनेगी दिवाली की छुट्टियां
अमरावती/दि.17– आगामी विधानसभा चुनाव हेतु निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित किया गया चुनावी कार्यक्रम एकदम ‘कांटे पे कांटा’ की तर्ज पर तैयार किया गया है. जिसमें अवकाश वाले दिनों को छोडकर इच्छुक प्रत्याशियों को अपने नामांकन आवेदन प्रस्तुत करने हेतु केवल 6 दिनों का समय मिलेगा. जिसके चलते अंतिम दो दिनों के दौरान यानि 28 व 29 अगस्त को नामांकन पेश करने हेतु इच्छुक प्रत्याशियों की तौबा भीड होगी. वहीं इसके बाद चुनाव प्रचार करने हेतु प्रत्याशियों के पास 13 दिनों का समय शेष रहेगा. इस दौरान प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में लगभग 3 लाख मतदाताओं तक अपनी पहुंच बनाने हेतु उम्मीदवारों को अच्छी खासी मशक्कत करनी होगी.
बता दें कि, निर्वाचन आयोग द्वारा पूरे महाराष्ट्र में एक ही चरण के तहत चुनाव कराये जाने की घोषणा की गई है. जिसके चतले आगामी 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव हेतु मतदान कराया जाएगा. जिसके लिए जिले के आठों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 22 अक्तूबर से नामांकन प्रस्तुत करने का काम शुरु होगा और यह प्रक्रिया 29 अक्तूबर तक चलेगी. इस दौरान 28 अक्तूबर को चौथा शनिवार व 29 अक्तूबर को रविवार है. जिसके चलते उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने हेतु केवल 6 दिनों का समय मिलेगा. इसके उपरान्त 4 नवंबर तक नामांकनों को पीछे लिया जा सकेगा. जिसकी अवधि समाप्त होने के बाद 4 नवंबर को ही चुनावी अखाडे में रहने वाले उम्मीदवारों के नामों की अंतिम सूची प्रकाशित होगी और इसी दिन सभी उम्मीदवारों को चुनावी चिन्ह का वितरण किया जाएगा. इसके बाद से ही सही अर्थों में चुनाव प्रचार शुरु होगा. चूंकि मतदान 20 नवंबर को सुबह 7 से शाम 5.30 बजे तक कराया जाएगा और मतदान की अवधि खत्म होने से 48 घंटे पहले प्रत्यक्ष चुनाव प्रचार को बंद कर दिया जाएगा, यानि 18 नवंबर की शाम 5.30 बजे चुनाव प्रचार की तोपे शांत हो जाएंगी. ऐसे में सभी प्रत्याशियों के पास अपने चुनाव प्रचार हेतु केवल 13 दिनों का ही समय शेष रहेंगा.
विशेष उल्लेखनीय है कि, इसी बीच 1 नवंबर को दीपावली व 3 नवंबर को भाईदूज का पर्व है. साथ ही राज्य सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों व कॉलेजों में 30 अक्तूबर से 14 अक्तूबर तक दीपावली का अवकाश घोषित किया है. जिसके बाद 15 नवंबर को फिर एक दिन का सरकारी अवकाश है और 16 नवंबर को शनिवार व 17 नवंबर को रविवार है. ऐसे में दीपावली के बाद छुट्टीयां मनाने हेतु बाहरगांव जाने वाले लोगबाग 16-17 नवंबर तक ही अपनी छुट्टियां मनाकर अपने-अपने घर वापिस लौटेंगे. वहीं 18 नवंबर को चुनाव प्रचार खत्म होगा. ऐसे में दीपावली का छुट्टीयां मनाने हेतु बाहरगांव जाने वाले मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचाने के लिए चुनाव लडने वाले सभी उम्मीदवारों को काफी हद तक चुनौतियों का सामना करना पडेगा. बता दें कि, चुनाव लडने वाले प्रत्याशियों द्वारा अपने निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्येक मतदाता तक पहुंचते हुए अपने चुनावी घोषणा पत्र व चुनावी चिन्ह के साथ ही इवीएम मशीन पर ही अपना नाम किस नंबर पर रहेगा. इसकी जानकारी पहुंचायी जाती है. विशेष तौर पर निर्दलीय प्रत्याशियों को इस हेतु काफी मशक्कत करनी पडती है, जो इस बार और भी अधिक करनी पडेगी.
* ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रचार दौरान आएगी दिक्कतें
उल्लेखनीय है कि, इस समय जिले के ग्रामीण क्षेत्र में सोयाबीन कटाई का काम चल रहा है. साथ ही जिन किसानों ने थोडी देरी के साथ बुआई की थी. उनके खेतों में नवंबर माह दौरान सोयाबीन की कटाई और कपास चुनने का काम शुरु होगा. ऐसे में लक्ष्मीपूजन व भाईदूज के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगबाग खेतीबाडी के कामों में व्यस्त रहेंगे. जिसके चलते पूरा दिन गांवों में सन्नाटा पसरा दिखाई देगा. ऐसी स्थिति में ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले मतदाताओं तक अपनी पहुंच बनाने के लिए प्रत्याशियों को दिन के समय काफी मुश्किलों का सामना करना पडेगा.