जिले में 6 लाख लाडली बहनो को अनुदान की प्रतीक्षा
10 हजार से अधिक महिलाएं साबित हुई अपात्र

अमरावती/दि.6– जिले में ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजना’ अंतर्गत लाभार्थी महिलाओं की पात्रता को लेकर शुरु की गई व्यापक जांच-पडताल अब लगभग पूरी हो चुकी है. जिसके जरिए जिले की 10 हजार 300 लाभार्थी महिलाओं के इस योजना के लाभ हेतु अपात्र रहने की बात स्पष्ट हुई है. इन महिलाओं के पास चारपहिया वाहन रहने की पडताल अंगणवाडी सेविकाओं द्वारा की जा रही है. वहीं इन 10 हजार से अधिक महिला लाभार्थियों की पडताल पूरी नहीं हो पाने के चलते जिले की करीब 6 लाख पात्र महिला लाभार्थियों को मिलनेवाला फरवरी माह का लाभ फिलहाल रुका हुआ है. जिसके कल 7 मार्च को ‘रिलीज’ हो जाने की उम्मीद जताई जा रही है.
जानकारी के मुताबिक जिले में 6 लाख 96 हजार 973 महिलाएं इस योजना के तहत लाभार्थी है. जिसमें से महिला व बाल कल्याण विभाग द्वारा जिले की 10 हजार 300 महिलाओं के नामों की सूची संबंधित अधिकारियों को प्राप्त हुई है. ऐसे में अब इन महिलाओं के पास चारपहिया वाहन है अथवा नहीं, इसकी पडताल अंगणवाडी सेविकाओं के मार्फत की जा रही है.
ज्ञात रहे कि, ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजना’ अंतर्गत जिले की 20 हजार 927 लाडली बहनों के आवेदन अपात्र ठहराए गए थे. वहीं नारी शक्ति दूत ऐप पर 175 महिलाओं के आवेदन नामंजूर हुए. साथ ही अब तक 25 लाडली बहनों ने खुद होकर इस योजना का लाभ लेने से इंकार किया है. जिसके चलते जिले में 6 लाख 96 हजार 973 लाडली बहनों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है. विधानसभा चुनाव से पहले ‘मुख्यमंत्री माझी लाडली बहिण योजना’ के शुरुआती दौर में सभी पात्र लाभार्थी महिलाओं को सीधे-सीधे इस योजना का लाभ दिया गया. परंतु यह आंकडा बडे पैमाने पर बढ जाने के चलते सरकारी तिजोरी पर अच्छा-खासा आर्थिक बोझ पडने लगा. जिसे कम करने हेतु चुनाव के बाद पात्रता के मानक निर्धारित कर उन मानकों के आधार पर अपात्र साबित होनेवाली महिलाओं की खोजबीन की गई और अब उनकी पडताल भी की जा रही है.
बता दें कि, जिले में 1 जुलाई 2024 से ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजना’ की शुरुआत हुई. जिसके तहत प्रति माह 1500 रुपए के हिसाब से अब तक लाडली बहनों को 7 किश्ते दी जा चुकी है तथा अब तक लाडली बहनों के बचत खातों में 10 हजार 500 रुपए का अनुदान जमा कराया जा चुका है. जिसमें से चुनाव से पहले 7 हजार 500 रुपए तथा चुनाव के बाद दो माह के 3 हजार रुपए महिलाओं के खाते में जमा हो चुके है. परंतु अब सरकार द्वारा इस योजना के लाभार्थियों की पडताल करनी शुरु की गई है. जिसके तहत अपात्र लाभार्थियों की खोज करते हुए उनके अनुदान को बंद किया जाएगा. यह पडताल पूरी नहीं हो पाने के चलते लाभार्थी महिलाओं का फरवरी माह का अनुदान अटका पडा है तथा अपात्र साबित होनेवाली महिलाओं के नाम अलग करने के बाद ही पात्र रहनेवाली लाभार्थी महिलाओं को इस योजना का लाभ मिल सकेगा, ऐसी जानकारी सामने आई है.
* फिर एक बार तहसील स्तर पर पडताल
जानकारी के मुताबिक जिले की 10 हजार 300 महिलाओं के नाम की सूची महिला व बाल विकास विभाग के पास भेजी गई है. इन महिलाओं के घरों में चारपहिया वाहनों सहित सुख-चैन की अनेकों सुविधाएं है और वे इस योजना के मानकों के अनुसार योजना हेतु पात्र नहीं है. ऐसे में इस तरह के नामों की एक बार फिर तहसील स्तर पर पडताल करते हुए उन्हें अपात्र करने की सिफारिश की जाएगी. जिसके बाद ऐसी महिलाओं के खाते में जमा किए जानेवाले अनुदान को बंद कर दिया जाएगा. इस पडताल के जारी रहने की वजह से कई पात्र महिला लाभार्थियों में अच्छा-खासा हडकंप व्याप्त है.