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शहर के 6 मुख्य चौराहे ट्रैफिक सिग्नल के बिना बने खतरनाक

भीडभाड की वजह से अक्सर होता है ट्रैफिक जाम

* बुजुर्गों व महिलाओं के लिए वाहन चलाना हुआ मुश्किल
* पैदल राहगिरों के लिए रास्ता पार करना साबित होता है जानलेवा
अमरावती/दि.24 – शहर में राजापेठ, नवाथे व गोपाल नगर टी-प्वॉईंट जैसे भीडभाड वाले चौराहों पर यातायात को नियंत्रित करने हेतु ट्रैफिक सिग्नल ही नहीं है. वहीं दस्तूर नगर, बियाणी चौक व कठोरा नाका जैसे प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल तो लगाए गए है, लेकिन उन्हें शुरु ही नहीं किया जाता है. ऐसे में यह सभी चौक-चौराहे फिलहाल वाहनों की अनियंत्रित आवाजाही के चलते सडक दुर्घटनाओं के लिहाज से खतरनाक बने हुए है. क्योंकि यहां पर वाहनों के आवागमन को नियंत्रिण करने हेतु किसी भी तरह की अनुशासित व्यवस्था नहीं है. यहीं वजह है कि, इन सभी चौराहों पर आए दिन छोटे-मोटे सडक हादसे घटित होते रहते है. जिनकी ओर बिल्कूल भी गंभीरता से नहीं देखा जाता. लेकिन इन चौहारों पर किसी भी समय कोई बडा सडक हादसा घटित होने की संभावना से इंकार भी नहीं किया जा सकता.
इन सभी चौराहो पर हमेशा ही वाहन चालकों की अच्छी खासी भीडभाड रहती है. जिसके चलते यहां पर आए दिन ट्रैफिक जाम वाली स्थिति बनती है. ऐसे भीडभाड वाले समय महिला व बुजुर्गों के लिए इन चौराहो से गुजरने हेतु वाहन चलाना काफी मुश्किल भरा काम हो जाता है. वहीं पैदल राहगिरों को अपनी जान हथेली पर लेकर रास्ता पार करना पडता है. ऐसे में इन सभी चौक-चौराहो पर वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित व अनुशासित रखने हेतु जल्द से जल्द ट्रैफिक सिग्नल लगाए जाने की जरुरत शहरवासियों द्बारा जताई जा रही है.

* 8 लाख की जनसंख्या वाले शहर में साढे 7 लाख वाहन
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, अमरावती शहर की जनसंख्या 8 लाख के आसपास जा पहुंची है. वहीं शहर में दुपहिया, तिपहिया व चारपहिया वाहनों सहित भारी वाहनों की संख्या लगातार बढ रही है. एक अनुमान के मुताबिक 8 लाख की जनसंख्या वाले अमरावती शहर में इस समय साढे 7 लाख के आसपास विभिन्न तरह के वाहन है, जो कार्यालयीन कामकाज के समय के साथ-साथ शाम 5.30 से रात 9.30 बजे की कालावधी के दौरान सडकों पर ही होते है. वहीं आगामी दिनों में स्कूल व कॉलेज भी खुलने वाले है. जिसके चलते सुबह 7 बजे से सडकों पर छात्र-छात्राओं के दुपहिया वाहनों सहित स्कूल वैन जैसे वाहनों की भी भीड बढेगी. इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए शहर की सडकों पर वाहनों की आवाजाही को सुरक्षित व अनुशासित बनाए रखने हेतु यातायात नियंत्रण बनाए रखने के लिए ट्रैफिक सिग्नलों को सभी प्रमुख चौराहो पर कार्यान्वित करने की जरुरत जताई जा रही है.

– नवाथे चौक –
राजापेठ से बडनेरा की ओर जाने वाले रास्ते पर नवाथे चौक के पास कई होटल व मंगल कार्यालय है. साथ ही शाम के समय यहां पर चौपाटी के तौर पर खाने-पीने के सामानों की दर्जनों हाथगाडिया लगती है. इसके अलावा यहां पर रेल्वे अंडरपास भी है. ऐसे में हर ओर से भारी भरकम ट्रैफिक चलता रहता है. लेकिन इसके बावजूद नवाथे चौक पर ट्रैफिक सिग्नल नहीं है. बल्कि रबर से बने स्पीड ब्रेकर लगाकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली गई है. खास बात यह भी है कि, रबर से बने यह स्पीड ब्रेकर भी आधे से अधिक उखड गए है.
– गोपाल नगर चौक –
गोपाल नगर चौक के पास रेल्वे क्रॉसिंग, डि-मार्ट व तापडिया सिटी सेंटर है. ऐसे में यहां पर शाम के समय वाहनों की भारी भरकम भीड हो जाती है. इसके चलते यहां से गुजरते समय वाहनों को काफी सुस्त रफ्तार के साथ लगभग रेंगना पडता है. साथ ही रेल्वे क्रॉसिंग बंद रहने पर यहां दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारे लग जाती है और ट्रैफिक जाम के खुलने में काफी लंबा वक्त लगता है.
– बियाणी चौक –
संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ यानि मार्डी रोड से जिलाधीश कार्यालय की ओर आने वाले रास्ते तथा विभागीय आयुक्त कार्यालय से कैम्प परिसर की ओर आने वाले रास्ते पर स्थित बियाणी चौक पर हमेशा ही वाहनों की भारी भीडभाड रहती है. लेकिन यहां पर लगाया गया ट्रैफिक सिग्नल कभी कभार ही शुरु रहता है. विशेष तौर पर इस चौक के पास ही स्थित सरकारी विश्राम गृह में किसी विआईपी व्यक्ति के आकर रुकने पर ही बियाणी चौक के ट्रैफिक सिग्नल को शुरु किया जाता है. जबकि भारी भीडभाड रहने वाले इस चौराहे पर नियमित रुप से ट्रैफिक सिग्नल को शुरु रखना बेहद जरुरी है.

* आवश्यकता होने पर तुरंत शुरु करेंगे ट्रैफिक सिग्नल
इस संदर्भ में शहर यातायात पुलिस विभाग के यातायात पुलिस निरीक्षक राहुल आठवले ने बताया कि, शहर के लगभग सभी चौक-चौराहों में ट्रैफिक सिग्नल है. जिन्हें भीडभाड वाले चौराहो पर हमेशा ही शुरु रखा जाता है. परंतु जिन स्थानों पर सिग्नल शुरु करना मुश्किल हो सकता है, वहां ट्रैफिक सिग्नल को बंद रखा गया है. परंतु सडकों पर वाहनों की बढती भीडभाड को देखते हुए जिन चौराहो पर आवश्यकता महसूस होगी, वहां ट्रैफिक सिग्नलों को जरुर शुरु किया जाएगा.

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