अमरावतीमहाराष्ट्र

ग्रामविकास अधिकारी, सरपंच सहित 6 सदस्यों को किया कैद

ग्राम पंचायत कार्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार पर ताला लगाया, आवास सूची में गड़बड़ी से भड़क गांववासी

अमरावती /दि.24– तहसील के माहली (धांडे) ग्राम पंचायत क्षेत्र की आवास सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए वंचित लाभार्थियों ने शुक्रवार को ग्राम पंचायत कार्यालय में आयोजित मासिक बैठक के दौरान जमकर हंगामा किया. भड़के नागरिकों ने सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी और 6 ग्राम पंचायत सदस्यों के मुख्य प्रवेश द्वार पर ताला लगा दिया. इससे तनाव के साथ खलबली मच गई. घटना की जानकारी पुलिस को देने और पुलिस के तत्काल पहुंचने से अनर्थ टल गया. ग्राम विकास अधिकारी, सरपंच और सदस्यों को करीब एक घंटे तक ग्राम पंचायत कार्यालय में बंद रखा गया.
कुछ दिन पहले शहर से महज 6 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत तु माहुली (धांडे) के सरपंच, उपसरपंच और सदस्यों ने ग्राम पंचायत के माध्यम कर से सूची में शामिल सिर्फ 80 वंचित वा और जरूरतमंद लोगों को ही मकान है. उपलब्ध कराने का निर्णय लिया था. जए इस बीच, पंचायत समिति कार्यालय में की अनुशंसा पर ग्राम पंचायत तो अधिकारी प्रदीप भटकर ने गांव के ज 39 लोगों को घर के लिए स्वीकृति के पत्र प्राप्त करने के लिए शनिवार को पंचायते समिति कार्यालय में अयोजित कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिए पत्र जारी किए. इससे ग्रामीणों में गलतफहमी और असंतोष पैदा हो गया कि अन्य लोगों को आवास का लाभनहीं मिलेगा. और जब ग्राम कार्यालय में उनकी नियोजित मासिक बैठक चल रही थी, तो कुछ ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत परिसर में धावा बोल दिया और पदाधिकारियों पर सवालों की बौछार कर दी.
आवास सूची में गड़बड़ी को लेकर भड़के नागरिकों ने ग्राम पंचायत अधिकारी प्रदीप भटकर, सरपंच उषा गवई, साथ ही सदस्य सर्वश्री अरुण धांडे, ए. आबिद ए. खलिक, सीमा काटखेडे, सदस्य बाली बराडे, सविता गवई, सदस्य नंदा अटालकर को एक घंटे तक ग्राम पंचायत कार्यालय में बंद रखा गया. इससे कुछ समय के लिए तनावपूर्ण माहौल पैदा हो गया. पीएसआई प्रकाश निटोने के अनुसार सुरक्षा कारणों से पुलिसकर्मी करीब दो घंटे तक वहां तैनात रहे.

* लाभार्थियों को नोटिस भेजे गए
मैं स्वास्थ्य कारणों से शहर से बाहर हूं. ग्राम पंचायत सचिव ने ग्रामीणों को बताया कि आवास सूची को लेकर भ्रांतियां होंगी. हमारे पदाधिकारियों को कोई जानकारी दिए बिना संबंधित ग्राम पंचायतों के माध्यम से 80 घरकुल लाभार्थियों को नोटिस भेजे गए, जिससे नागरिकों में बड़ी गलतफहमी पैदा हो गई है.
– सतीश साखरा,
उपसरपंच, माहुली धांडे.

* गलतफहमी में ताला लगाया
पंचायत समिति के माध्यम से सचिव को प्राप्त सूची की गलतफहमी के कारण ग्रामीणों ने मासिक बैठक के दौरान बाहर से ताला लगा कर बंद कर दिया. इसमें 80 योग्य लोगों की सूची थी, जिनमें से कुछ को पहले ही लाभ मिल चुका है. अब लक्ष्य 49 घरों का था. हम ग्राम पंचायत पदाधिकारियों और सदस्यों ने पात्र जरूरतमंदों और आवश्यक लाभार्थियों को आवास उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है, जहां स्थान उपलब्ध है.
– उषा गवई,
सरपंच महुली.

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