जिले के 56 प्रकल्पों में 60.95 फीसदी जलसंग्रह
आनेवाले दिनों में जल किल्लत की संभावना
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अमरावती/ दि. 18– विगत वर्ष जिले में रिमझिम बारिश तथा प्रकल्प क्षेत्रों में होनेवाली बारिश की वजह से एक बडा बांध प्रकल्प व 7 मध्यम और 48 लघु इस प्रकार से 56 प्रकल्पों का जलस्तर बढ गया था तथा कुछ प्रकल्प ओव्हरफ्लो भी हुए थे. किंतु अब ग्रीष्मकाल की शुरूआत होते ही इन सभी प्रकल्पों में 60.95 फीसदी जलसंग्रह हैं. साल 2024 में इन सभी प्रकल्पों में आज के दिन 64.23 फीसदी जलसंग्रह था. इस साल लगभग 4 फीसदी जलसंग्रह कम हुआ है. जिसकी वजह से आनेवाले दिनों में जल किल्लत की संभावना हैं. कुछ रबी सीजन की फसलों को पानी की आवश्कता होगी. जिसकी वजह से भी पानी की कमतरता होगी, ऐसा चित्र दिखाई दे रहा है.
जिले में पिछले साल समाधानकारक बारिश हुई. इसके अलावा रिमझिम बारिश के चलते जिले के प्रकल्पों में जलसंग्रह बढा.उस समय फसलों को पर्याप्त रूप से सिंचाई के लिए पानी मिल सका तथा अगस्त से सितंबर के दौरान बारिश ने जोरदार दस्तक दी. सितंबर माह के अंत तक बारिश का जोर कायम रहा. इसी दौरान बेमौसम की बारिश का सामना करना पडा. ग्रीष्मकाल में सिंचाई और औद्योगिक वसाहतों में पानी की मांग बढ जाती है तथा पानी का भी वाष्पीकरण होता है. उसकी वजह से जलस्तर नीचे चला जाता है. वर्तमान में 56 प्रकल्पों में उपयुक्त जलसंग्रह 60.95 फीसदी हैं. जिले का सबसे बडा प्रकल्प अप्परवर्धा बांध प्रकल्प में जलसंग्रह 64.36 फीसदी है. वहीं 7 मध्यम प्रकल्पों में 57.19 जलसंग्रह तथा 48 लघु प्रकल्पों में जलसंंग्रह 56.69 फीसदी है.
* जिले के बांध प्रकल्पों में जलस्तर की स्थिति
प्रकल्प जलसंग्रह का प्रतिशत
अप्परवर्धा 64.36 %
शहानुर 71.72 %
चंद्रभागा 83.27 %
पूर्णा 76.76 %
सपन 89.48 %
पांढरी 36.20%
बोर्डीनाला 22.36%
गडगा 00.00 %
48 लघु 56.69 %