
* इस बार कई भागों में एवरेज कम आने की शिकायत
अमरावती/ दि. 19- फसल मंडी में सोयाबीन की पिछले सप्ताह से बढी आवक अभी भी 15 हजार बोरे प्रतिदिन हो गई है. किसानों को माल गीला होने का कारण बताकर 3500 से 4100 रूपए प्रति क्विंटल दाम चुकाए जा रहे हैं. जिससे अमूमन 60 करोड का भुगतान रोज होने की जानकारी मंडी सूत्रों ने दी. उन्होंने बताया कि सेस को लेकर अभी कुछ तय नहीं हो पाया है. 85 पैसे रेट से मंडी सेस लिया जा रहा है.
आवक बढी, माल देखकर रेट
मंडी के व्यापारियों ने बताया कि दशहरे तक 10 हजार बोरे रोज आवक हो रही थी. अभी अनेक भागों में लौटते मानसून की बारिश रहने से माल गीला हो गया है. इस बीच आवक 15 हजार बोरे हो गये है. जिससे सोयाबीन की श्रेणी देखकर 4200- 4300 रूपए रेट दिए जा रहे हैं. सरकार का समर्थन मूल्य 4600 रूपए रहने की जानकारी दी गई.
एवरेज हुआ कम
जिले के अधिकांश भागों में अत्यधिक बारिश के कारण सोयाबीन के प्रति एकड एवरेज पर बुरा असर पडा है. जिसके कारण मार्केट में 25-30 हजार बोरे की आवक होनी चाहिए थी, वह 15 हजार मात्र हो रही है. आवक आधी रह जाने का कारण सोयाबीन के उत्पादन पर परिणाम बताया जा रहा है. वहीं कुछ भागों के किसानों का दावा है कि उनकी न केवल माल की क्वालिटी बेहतर है. अपितु उनका एकरी एवरेज भी 8 बोरे से अधिक रहा है.
पूरा माल शेड में, बारिश का असर नहीं
अचानक हुए मौसम के बदलाव और तडके अनेक भागों मेंं गरज चमक के साथ भारी बरसात हुई. इसका मंडी में रखे सोयाबीन और अन्य माल पर प्रभाव नहीं हुआ. क्योंकि माल शेड में रखा है. उसी प्रकार भीगने से बचाव के सभी उपाय अपनाए गये हैं. यह जानकारी मंंडी सूत्रों ने दी.
सेस पर होगी बैठक
राज्य शासन ने फसल मंडी का सेस घटा दिया है. स्थानीय मंडी में अभी इसका क्रियान्वयन नहीं हो सका है. सूत्रों ने अमरावती मंडल को बताया कि संचालक मंडल की अगले सप्ताह होनेवाली बैठक में सेस को लेकर निर्णय होनेवाला है. अभी तक 85 पैसे की दर से सेस वसूली जारी है. मंडी की आवक का सेस ही मुख्य स्त्रोत है. अमरावती मंडी ने विकास के अनेक उपक्रम अपना रखे हैंं. जिन्हे सेस से प्राप्त राशि से पूूरा किया जाना है. राज्य शासन ने 50 पैसे तक सेस सीमित करने कहा है.