अमरावती

अमरावती विभाग में 60 प्रतिशत वृक्षारोपण

वन महोत्सव में पर्यावरण बचाओं, पर्यावरण बढाओं अभियान

अमरावती/दि.12- जिले में हुई बारिश के कारण वन विभाग के वन महोत्सव कार्यक्रम में नियोजित वृक्षारोपण को गति मिली है. अमरावती, बुलढाणा व अकोला वनविभाग में वृक्षारोपण को गति मिली है. नियोजन का लगभग 60 प्रतिशत रोपण पूरा हुआ है.
अमरावती विभाग में जुलाई में संतोषजनक बारिश होने से अभी सभी जगह वृक्षारोपण की शुरूआत की गई है. तालुका निहाय वृक्षारोपण का नियोजन किया गया है. कुल 1153.71 हेक्टर क्षेत्र पर वृक्षारोपण किया जा रहा है.
कुरण विकास कार्यक्रम में घास रोपण किया जा रहा है. अमरावती वन विभाग में में 197 हेक्टर पर 9 लाख 85 हजार पौधे, अकोला में 110 हेक्टर पर साडेपाच लाख पौधे तथा बुलढाणा में 305 हैक्टर पर 15 लाख 25 हजार पौधे लगाए जा रहे है. तृणभक्षी वन्यप्राणियों को पसंद करनेवाली मारवेल, तिखाडी, पवन्या आदि घास प्रजाती का रोपण किया जा रहा है.
अमरावती वनवृत्त में 40 पोधे में 20 लाख 91 हजार पौधे अमरावती विभाग के 13 नर्सरी में 8 लाख 35 हजार 882, मेलघाट वन विभाग के 6 नर्सरी में 2 लाख 32 हजार 995, अकोला वन विभाग के 13 नर्सरी में 4 लाख 28हजार 325, बुलढाणा वनविभाग के 8 नर्सरी में 5 लाख 95 हजार पोधे उपलब्ध है.इस अनुसार अमरावती वनवृत्त के 40 नर्सरी में 20 लाख 91 हजार 912 विविध स्थानीय प्रजाती की रोपन योग्य पौधे उपलब्ध है.

वैश्विक तापमान में वृध्दि मौसम और वातावरण में परिवर्तन इसकी दाहकता कम करने के लिए वृक्षारोपण आवश्यक है. राष्ट्रीय नीति के अनुसार वृक्षारोपण की संख्या 33 प्रतिशत तक बढाना आवश्यक है. केवल वनक्षेत्र में नहीं तथा उससे बाहर भी बडे प्रमाण पर वृक्षारोपण हो इसके लिए विविध शासकीय यंत्रणा संस्था संगठन प्रयास करे.
जी. के. अनारसे, वनसरंक्षक

स्थानीय प्रजाती के वृक्षारोपण
कॅम्प अंतर्गत पर्यायी वनीकरण, नैसर्गिक पुननिर्मिति, जिला वार्षिक योजना आदि योजना द्बारा स्थानीय प्रजाती के विविध वृक्षों का रोपण किया जा रहा है. नीम, सागौन, करंज, सीताफल, बेहडा, बांबू, चिंच, पापडा, आवला, व, उंबर, बैल, अर्जुन, पारस, पीपल, शेमल, अमलतास, रिठा, जामून, मोहा आदि पेड लगाए जा रहे है.

सहूलियत की दर पर पौधे दिए
वृक्षारोपण व उसकी देखभाल यह प्रक्रिया होनी चाहिए. डुबित क्षेत्र और खेत की मेड पर रेल्वे दोनों ओर तथा रस्ते के दोनों ओर तथा रास्ता दोनों ओर क्षेत्र में सामूहिक डुबीत क्षेत्र में गायरान क्षेत्र पर पेड लगाए इसके लिए किसान व वृक्षपे्रेमी को कम भाव में पौधे मिलने के लिए सहूलियत की दर में पौधों की आपूर्ति की गई है. विगत सप्ताह में पोहरा वनखंड में 25 हेक्टर क्षेत्र पर वृक्षारोपण करके महोत्सव की शुरूआत की. वन महोत्सव में अमरावती वनविभाग में 248.71 हेक्टर पर 2 लाख 76 हजार 3167,मेलघाट प्रादेशिक वनविभाग में 374.50 हेक्टर पर 3 लाख 11 हजार 292 अकोला वनविभाग में ढाई सौ हेक्टर पर 2 लाख 32 हजार 200 तथा बुलढाणा वनविभाग में 390 हेक्टर पर 4 लाख 33 हजार 290 पेड लगाये गये.

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