अमरावती/प्रतिनिधि दि.२२ – पश्चिम विदर्भ में कोरोना की दूसरी लहर के पश्चात पोस्ट कोविड बीमारी का ग्राफ अब कुछ घटता हुआ दिखाई दे रहा है. चार महीनों की कालावधी में म्यूकर माइकोसिस के 606 मरीज पाए गए थे. जिसमें 52 की मौत हो चुकी है तथा 100 से अधिक नागरिकों को अपने अव्ययव गंवाने पडे यह वास्तविकता है. संभाग में कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत साधारणत: फरवरी माह से हुई थी और मई महीने तक इसका कहर जारी रहा. इसी दौरान अनेक मरीजों की प्रकृति गंभीर होने की वजह से उन्हें रेमडेसिवीर इंजेक्शन स्टेराइड का अतिरिक्त व गलत इस्तेमाल किए जाने की वजह से अनेक मरीजों को दुष्परिणाम कोरोना के पश्चात भुगतने पडे.
पोस्ट कोविड बीमारी में म्यूकर माइकोसिस की शुरुआत अप्रैल महीने में दर्ज की गई. इस बीमारी की वजह से अब तक 52 मरीजों ने अपनी जान गंवाई जिसमें सर्वाधिक मरीज अमरावती जिले के है. इसके अलावा 50 से अधिक मरीजों की सफल शल्य क्रिया भी की गई. इस बीमारी में इंजेक्शन एम्फोटेरेसिन-बी, आयट्राकोनॅझोल, फ्यूकोनॅझोल आदि औषधियों की किल्लत होने लगी. इस पर जिला प्रशासन व्दारा नियंत्रण रखा गया. फिलहाल संभाग मं एम्फोटेरेसिन-बी इंजेक्शन (प्लेन)1,300, एम्फोटेरेसिन-बी इंजेक्शन (लिम्फ्रोसोमल) 27,850, एम्फोटेरेसिन-बी इंजेक्शन (इमल्शन) 3,55,एम्फोटेरेसिन-बी इंजेक्शन (लिपिड कॉम्पलेक्स) 1,100 व पौरकनझोल इंजेक्शन 1,554 उपलब्ध होने की जानकारी प्राप्त हुई है इसके अलावा प्रोसाकॅनाझोल टेबलेट 39,070, संस्पेशन 22,300 भी उपलब्ध होने की जानकारी प्राप्त हुई है.
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म्यूकर माइकोसिस की जिला निहाय स्थिति
जिला मरीजों की संख्या मृत्यु उपचार शुरु डिस्चार्ज
अकोला 197 95 81 93
अमरावती 240 22 85 129
बुलढाणा 63 05 00 58
वाशिम 25 04 02 09
यवतमाल 81 06 05 63