61 करोड के विकास कार्य हुए फिर भी अस्वच्छता व समस्याएं कायम
बडा प्रभाग रहने से समस्याएं व शिकायतें भी सर्वांधिक
* प्रभाग क्रमांक 1 – शेगांव-रहाटगांव
* लोकसंख्या 21,305
* अनुसूचित जाति 6,275
* अनुसूचित जमाति 596
* समाविष्ट क्षेत्र- शेगांव, रहाटगांव, मराठा नगर, माधव नगर, श्रीराम नगर, सच्चिदानंद कालोनी, अर्जुन नगर, विश्वप्रभा कालोनी, अनगल नगर, कॉटन ग्रीन कालोनी, साई सदन कालोनी, आशियाड कालोनी, तारांगण नगर, समता कालोनी, स्वावलंबी कालोनी.
* समस्या- नया शहर रहने से कई रिक्त भूखंडों पर कचरें के ढेर लगे है. गंदगी के कारण बदबू से लोग परेशान है. कई नालिया टूट कर पानी रास्ते से बह रहा है. कई क्षेत्रों में रास्ते नहीं है. खाली भूखंडों पर पानी छोडा जा रहा है. रास्तों पर स्पीड बे्रकर नहीं है.
* विकास कार्य- बगीचे, रास्तों का निर्माण, सामाजिक भवन, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर पुतले का सौंदर्यीकरण, गजानन वाटीका का लोकार्पण, ओपन जिम, ओटे, नालियां, पेविंग ब्लॉक, स्ट्रीट लाईट.
अमरावती/दि.21 – शहर का शेगांव-रहाटगांव प्रभाग यह भौगोलिक रचना की दृष्टी से बडा प्रभाग है. नागपुर की ओर जाते वक्त दाये हाथ पर स्थित यह प्रभाग महामार्ग पर रहने से नई अमरावती प्रतित होता है. प्रभाग की व्याप्ति तेजी से बढ रही है. इस प्रभाग में 2 गांव व 1 शहरी क्षेत्र समाविष्ट रहने से इसकी व्याप्ति अधिक है. शहर का सीमावर्ती क्षेत्र रहने से नई-नई बस्तियां बस रही है. जिससे क्षेत्र में विकास की रफ्तार बढाने की जरुरत नागरिक व्यक्त कर रहे है. इस प्रभाग में झुग्गी बस्ती, गांव, उच्च व मध्यम वर्गीय निवासी परिसर ऐसा समिश्र यह प्रभाग है. क्षेत्र के कुछ इलाकों का विकास अच्छा हुआ है. इन क्षेत्रों में बागीचे, अच्छे रास्तें, स्ट्रीट लाईट की सुविधा, ओपन जिम, सामाजिक भवन, दिशा दर्शक फलक आदि विकास कार्य हुए है. वहीं अन्य अविकासित क्षेत्रों में खराब रास्तें, गंदगी से पटी नालियां, खुली जगहों पर कचरे का ढेर, सडक से बहता नालियों का पानी, जगह-जगह जहरिली घास, स्ट्रीट लाईट का अभाव, स्वच्छता व्यवस्था का अभाव ऐसी विदारक स्थिति भी नजर आती है. विगत 5 वर्षों में प्रभाग के 4 नगर सेवकों ने कुल 61 करोड रुपए का निधि प्रभाग के विकास पर खर्च किया है. इस निधि से कई विकास कार्य पूर्ण हुए है. लेकिन प्रभाग की समस्याओं का पूर्ण रुप से निराकरण बाकी ही है. कुछ विकास कार्य प्रभाग में शुरु है, जो आगामी दिनों मे ंपूर्ण हो जाएंगे. समाज मंदिर, स्मशान भूमि विकास, सुरक्षा दीवार, बगीचों का विकास आदि का समावेश इन विकास कार्यों में है. लेकिन प्रभाग में तेजी से आवासिय क्षेत्र बढ रहा है. जिससे अधिक विकास की जरुरत प्रभाग में है. क्षेत्र की समस्याएं दूर करने का लक्ष्य रखने वाले प्रतिनिधि केवल चुनावी वादे करते है, उन वादों की पूतर्ता करने में वे नाकाम होते है. ऐसा प्रभाग के नाराज नागरिकों का कहना है.
अबकी बार 3 सदस्यीय प्रभाग रचना के कारण प्रभाग की राजनीति बदल गई है. वर्तमान पार्षदों में से कुछ पार्षदों के क्षेत्र अन्य प्रभागों में समाविष्ट होने से उन्हें नये समाविष्ट क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रीत करना पड रहा है. विगत कुछ महिने पहले तक अधूरे विकास कार्यों का भूमिपूजन करने में सभी जनप्रतिनिधि व्यस्त हो गये थे. लेकिन चुनाव लंबित पडने से सभी निराश भी हुए. उसी प्रकार इच्छूकों ने भी जो तैयारियां शुरु की थी. उस पर ब्रेक लग गया था. लेकिन अब फिर एक बार चुनावी हवा तेज होने से इच्छूक व निवर्तमान पार्षदों ने लोगों सेे ेमेल-मिलाप बढाया है.
* 95 प्रतिशत वादें पूरे किये
प्रभाग की जनता को चुनाव में जो आश्वासन दिये गये थे, उन्हें पूर्ण करने में सफलता मिली है. 95 प्रतिशत वादें पूरे किये गये है. प्रभाग में समाज मंदिर, स्मशान भूमि का विकास, स्ट्रीट लाईट, नालियां इन कामों के साथ ही नागरिकों ने सुझाये कार्यों को पूर्ण करने को प्राधान्य दिया. हमारें कामों पर जनता खुश है.
– विजय वानखडे, पूर्व पार्षद
* विकास को प्राधान्य दिया
प्रभाग में अधिक से अधिक विकास को प्राधान्य दिया. रास्तों का डांबरीकरण व खडीकरण कर गजानन वाटीका के तर्ज पर आकर्षक बगीचे तैयार किये. जिन्हें देखकर शहर के अन्य क्षेत्रों में ऐसे बगीचे नहीं रहने की बात लोग कर रहे है. चुनाव में जितने वादें लोगों से किये थे, उन्हें पूर्ण करने का प्रयास किया गया है.
– सुचिता बिरे, पूर्व पार्षद
* 20 करोड की निधि से विकास
क्षेत्र में 20 करोड की निधि से विकास कार्यों को चालना दी गई. प्रभाग के नालियों की दुरुस्ती, बगीचों का विकास, चैनलिंग फेंसिंग, रास्तों का निर्माण, स्ट्रीट लाईट लगाना, खुले मैदानों का हाई मास्क, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए ओटे, ओपन जिम आदि विकास कार्य हुए. शेष विकास कार्य पूर्व कराने के लिए प्रतिबद्ध हूं.
– गोपाल धर्माले, पूर्व पार्षद
* करोडों की निधि से विकास कार्य
प्रभाग में विगत कार्यकाल में 8 करोड रुपए लागत से विविध विकास कार्य पूर्ण किये गये. अभी भी 1.5 करोड के विकास कार्य मंजूर है, जो आगामी दिनों में पूर्ण हो जाएंगे. प्रभाग के नागरिक जो समस्या लेकर आते है, उन सभी समस्याओं का निराकरण करने का प्रयास किया. जो काम करने बाकी है, उसे आगामी कार्यकाल में पूर्ण किया जाएंगा.
– वंदना मडघे, पूर्व पार्षद