* सुबह की स्कूल 9 बसे से ही
अमरावती/दि.29– सोमवार से दो माह की छुट्टियों के बाद एक बार स्कूल शुरु होने जा रहे है. स्कूलों में पाठ्यरत बच्चों को अपनी-अपनी बसों में आसन दिलाने के लिए बस संचालकों में धांधली की जा रही है. इससे पहले सुरक्षा के लिहाज से देखा जाए तो आरटीओ प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार शहर तथा जिले के 785 स्कूल बसों में से 631 ने फिटनेस सर्टिफिकेट ले लिया है. जबकि शेष 154 बसें अब भी अनफिट है और रास्ते पर दौड रही है. सोमवार 1 जुलाई से सभी स्कूलो में बजनेवाली घंटी इस शैक्षणिक सत्र से सुबह 9 बजे से ही बजेगी.
मिली जानकारी के अनुसार शहर-जिले में 1 जुलाई से स्कूल बस जांच के लिए विशेष अभियान शुरु किए जाने के बाद सामने आई है. एक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी से बातचीत के दौरान उक्त जानकारी दी. शहर सहित जिले में 12 मीटर के 570 और 215 इसके अधिक सीटर बसों को मिलाकर 785 स्कूल बसें आरटीओ प्रशासन के पास पंजीकृत है. इनमें से 631 स्कूल बसों ने फिटनेस प्रमाणपत्र प्राप्त कर लिया है. जबकि 154 स्कूल वाहनों के मालिको ने अभी तक आरटीओ कार्यालय से संपर्क कर फिटनेस प्रमाणपत्र नहीं किया है.
अनफिट स्कूल बसों के संबंध में सरकार को एक सप्ताह के भीतर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ ने मंगलवार को जारी की है. उच्च न्यायालय ने इस मामले को गंभीरता से लिया और राज्य सरकार को एक सप्ताह के भीतर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया. मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार स्कूल बसों का उपयोग तब तक नहीं किया जा सकता. जब तक कि सालाना स्कूल बस फिटनेस प्रमाणपत्र जारी न किया जाए. लेकिन वर्तमान में सैकडों स्कूल की बसें बगैर फिटनेस सर्टिफिकेट के सडक पर दौड रही है. हर साल वाहन की स्थिति, ब्रेक, लाईट, लाईसेंस, दस्तावेज, चालक गाडी में सक्षम है अथवा नहीं, मालिक और ड्रायवर का कोई अपराधिक रिकॉर्ड है या नहीं, क्या उन्हें यातायात नियमो के उल्लंघन के लिए दंडित किया गया है आदि की जांच करना अनिवार्य है. इस निरीक्षण में सभी पहलू अनुरुप पाए जाने के बाद आरटीओ संबंधित वाहन को फिटनेस प्रमाणपत्र जारी करता है.
* अब 12 सीटों की होगी स्कूल बस
नई स्कूल बसों के लिए लाईसेंस जारी करते समय संबंधित वाहन में 12 सीटें अथवा उससे अधिक होनी चाहिए. इससे कम सीटोवाले वाहनों को अब स्कूल बसों में प्रवेश की अनुमति नहीं है. 12 से कम सीटोंवाली पहले से पंजीकृत, लाईसेंस प्राप्त स्कूल बस में कोई समस्या नहीं है.
* लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी
जिस स्कूल बस चालक व संचालको ने अब तक फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं दिया है उन पर तत्काल कार्रवाई होगी. 1 जुलाई से स्कूल शुरु हो रही है और इस लिहाज से जांच अभियान में अनफिट पाए गए किसी भी वाहन को बख्शा नहीं जाएगा. उन पर दंडात्मक कार्रवाई होगी.
– सुचित्रा पवार, आरटीओ, अमरावती.