युपीएससी में चमके 7 वैदर्भीय युवा
अमरावती से शिवम बुरघाटे ने 657 वीं व वैशाली धांडे ने 908 वीं रैंक की हासिल
नागपुर के प्रतिक कोरडे व राहुल आत्राम तथा गोंदिया के अमित उंदीरवाडे भी रहे सफल
अमरावती/दि.24 – देश में केंद्रीय लोकसेवा आयोग यानि युपीएससी की परीक्षा को सबसे कठीन माना जाता है. जिसमें उत्तीर्ण होना एवरेस्ट को फतह करने के बराबर है. साथ ही कई युवा इस परीक्षा को उत्तीर्ण करते हुए भारतीय प्रशासनीक सेवा में जाने का सपना लेकर सालों-साल इसकी पढाई में जुटे रहते है. अब तक युपीएससी की परीक्षा में बडे महानगरों तथा स्पर्धा परीक्षा से संबंधित सभी सुविधाए रहने वाले शहरों के युवाओं द्बारा सफलता प्राप्त की जाती थी. परंतु अब विगत कुछ वर्षों से युपीएससी की परीक्षा में अमरावती सहित विदर्भ क्षेत्र में रहने वाले युवाओं द्बारा भी अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया जा रहा है. यह बात कल घोषित हुए युपीएससी के परीक्षा परिणाम से सामने आयी है. जिसमें अमरावती के शिवम बुरघाटे ने अपने दुसरे प्रयास में राष्ट्रीयस्तर पर 657 वीं रैंक हासिल की. वहीं इससे पहले वर्ष 2016 मेें युपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण करते हुए आईआरएस अधिकारी बन चुकी वैशाली धांडे ने एक बार फिर इस परीक्षा में शामिल होकर 908 वीं रैंक हासिल की. इसके साथ ही समूचे विदर्भ क्षेत्र के कुल 9 युवाओं द्बारा युपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण करते हुए रैंक हासिल करने के समाचार है.
जानकारी के मुताबिक शहर के सुबोध कालोनी में रहने वाले शिवम सुनील बुरघाटे ने राष्ट्रीय स्तर पर 657 वीं रैंक हासिल करने के साथ ही महाराष्ट्र राज्य में 49 वां स्थान प्राप्त किया है. शिवम बुरघाटे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वाद-विवाद स्पर्धाओं में हिस्सा लेकर पहले ही काफी चर्चित चेहरा रहा. स्थानीय गोल्डन किड्स स्कूल से कक्षा 10 वीं तक पढाई करने के बाद शिवम ने विदर्भ महाविद्यालय से कला शाखा के जरिए कक्षा 12 वीं की पढाई की और फिर लखनउ स्थित नैशनल लॉ युनिवर्सिटी से बीए-एलएलबी की पदवी प्राप्त की. पढाई करने के दौरान ही कॉलेज फोरम के जरिए मिले मार्गदर्शन के चलते शिवम ने युपीएससी की ओर जाने का निर्णय लिया था और अंतिम वर्ष में रहने के दौरान वर्ष 2020 में युपीएससी का पहला अटेंम्ट दिया था. जिसके प्रीलिम्स में उसे सफलता भी मिली थी, लेकिन वह मेन्स उत्तीर्ण नहीं कर पाया, ऐसे में उसने एक साल तक दिल्ली में रहकर पढाई की और वर्ष 2022 में युपीएससी परीक्षा का दुसरा अटेंम्ट दिया और इस बार प्रीलिम्स, मेन्स व इंटरव्यू के दौर को पार करते हुए शिवम ने राज्यस्तर पर 657 वीं रैंक प्राप्त की. जिस पर खुशी जताते हुए शिवम के पिता सुनील बुरघाटे ने विश्वास जताया कि, इस रैंक के आधार पर शिवम को आईपीएस कैडर मिल सकता है. वहीं शिवम को आईएएस भी बनना है. ऐसे में वह युपीएससी 2023 की परीक्षा देते हुए तीसरे अटेंम्ट का भी प्रयास करने जा रहा है. बचपन से ही पढाई-लिखाई में बेहद तेज रहने वाले शिवम बुरघाटे ने विविध वादविवाद स्पर्धाओं में 17 राष्ट्रीय पुरस्कार जीते है. साथ ही वर्ष 2018 में अफगानिस्तान में हुई अंतर्राष्ट्रीय वादविवाद स्पर्धा में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया था.
वहीं दूसरी ओर इससे पहले वर्ष 2016 में युपीएससी की परीक्षा में 964 वां रैंक हासिल करते हुए आईआरएस कैडर प्राप्त करने वाली वैशाली धांडे ने आईएएस अधिकारी बनने की अपनी इच्छा के चलते वर्ष 2022 की युपीएससी परीक्षा में हिस्सा लिया था और इस परीक्षा में वैशाली धांडे ने राष्ट्रीयस्तर पर 908 वीं रैंक हासिल की. स्थानीय केवल कालोनी में रहने वाली वैशाली धांडे इस समय नागपुर जीएसटी कार्यालय में आईआरएस अधिकारी के तौर पर कार्यरत है और दुबारा परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद 908 वीं रैंक मिलने के चलते उन्हें एक बार फिर आईआरएस कैडर भी मिलना है. विशेष उल्लेखनीय यह है कि, युपीएससी की परीक्षा को एक बार ही उत्तीर्ण करना बेहद मुश्किल माना जाता है. वहीं वैशाली धांडे ने 2 बार इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने का कारनामा कर दिखाया है. आईएएस बनने की अपनी इच्छा के तहत क्या वे तीसरी बार भी युपीएससी की परीक्षा देंगी. इस बारे में पूछे जाने पर वैशाली धांडे ने कहा कि, फिलहाल उन्होंने इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है.
इसके अलावा विदर्भ के गोंदिया जिला निवासी अमीत उंदीरवाडे ने 581 वीं, नागपुर जिले के नरखेड निवासी प्रतिक कोरडे ने 638 वीं नागपुर शहर के निवासी राहुल आत्राम ने 663 वीं रैंक युपीएससी की परीक्षा में हासिल की है. साथ ही राजश्री देशमुख को प्रोविजनल सूची में रखा गया है. जिनकी फिलहाल रैंक घोषित नहीं की गई. विशेष उल्लेखनीय है कि, युपीएससी की परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले वैदर्भीय विद्यार्थियों की संख्या और भी अधिक बढ सकती है. चूंकि कई विद्यार्थी परीक्षा एवं साक्षात्कार की तैयारी के लिए दिल्ली सहित अन्य कुछ शहरों में जाकर रहते है. ऐसे में फिलहाल उनका परीक्षा परिणाम और जानकारी पता नहीं चल पाए है.