सुपर कोविड में बच्चों के लिए 70 बेड का विशेष वॉर्ड
शहर के तीन निजी कोविड अस्पतालों में भी बच्चों के इलाज की सुविधा
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तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की है आशंका
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प्रशासन उठा रहा हर संभव आवश्यक कदम
अमरावती/दि.11 – इस समय देश में कोविड संक्रमण की दूसरी लहर कहर ढा रही है. जिसके तहत बडे पैमाने पर युवा इस संक्रमण की चपेट में आ रहे है. वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जल्द ही कोविड संक्रमण की तीसरी लहर आने की आशंका जताई है. जिसमें छोटे बच्चों के संक्रमण की चपेट में आने का खतरा जताया गया है. ऐसे में संभावित खतरे को देखते हुए स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा छोटे बच्चों के इलाज हेतु सरकारी व निजी कोविड अस्पतालों में तमाम आवश्यक प्रबंध किये जा रहे है. जिसके तहत सुपर कोविड अस्पताल में बच्चों के लिए 70 बेड का विशेष वॉर्ड शुरू किया गया है. इसके साथ ही लाईफलाईन अस्पताल के डॉ. नरेश तायडे के मार्गदर्शन में तीन निजी अस्पतालों को कोविड संक्रमण की चपेट में आनेवाले बच्चों के इलाज की अनुमति दी गई है.
कोविड संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से निपटने हेतु जिला प्रशासन द्वारा तमाम आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी गई है. इस बारे में जिलाधीश शैलेश नवाल ने बताया कि, जिले के सभी कोविड अस्पतालों में ऑक्सिजन बेड की संख्या बढायी जायेगी और कोविड केयर सेंटरों में अतिरिक्त बेड लगाये जायेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि, आगामी जून व जुलाई माह तक शहर के कुछ कोविड अस्पतालों में ऑक्सिजन प्लांट का निर्माण पूर्ण होगा. इससे जिले में ऑक्सिजन की किल्लत कम होगी. साथ ही कोविड संक्रमण की तीसरी लहर के दौरान जिले के मरीजों को समय रहते ऑक्सिजन की आपूर्ति करना संभव होगा. साथ ही उन्होंने यह भी उम्मीद जतायी की इस समय तक जिले में रेमडेसिविर का समूचित आवश्यक स्टॉक उपलब्ध हो जायेगा.
बालरोग विशेषज्ञों का भी टास्क फोर्स प्लान तैयार
– सरकारी व निजी बालरोग विशेषज्ञों द्वारा किया जायेगा सूक्ष्म नियोजन
कोविड संक्रमण की तीसरी लहर छोटे बच्चों के लिए खतरनाक व घातक साबित हो सकने के संकेत मिलते ही वैद्यकीय क्षेत्र द्वारा समूचे राज्य में बालरोग विशेषज्ञों का टास्क फोर्स गठित किये जाने का निर्देश दिया गया है. जिसे ध्यान में रखते हुए यह काम करीब 90 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है. इस टास्क फोर्स द्वारा आयसीएमआर, डब्ल्यूएचओ व एम्स् की गाईडलाईन के अनुसार काम किया जायेगा. साथ ही सरकारी व निजी क्षेत्र के बालरोग विशेषज्ञों द्वारा स्थानीय स्तर पर इस गाईडलाईन के संदर्भ में सूक्ष्म नियोजन किया जायेगा.
उल्लेखनीय है कि कोविड संक्रमण की तीसरी लहर से छोटे बच्चों सहित सभी को बचाये रखने हेतु जिला प्रशासन द्वारा आवश्यक कदम उठाये जा रहे है. जिसके तहत जिले में दो स्थानों पर कोविड चाईल्ड केयर सेंटर शुरू किया गया है और भविष्य में स्थिति पर मात करने हेतु इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आयसीएमआर), विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) तथा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्था (एम्स्) सहित भारतीय बालरोग संगठन (आयपीए) द्वारा आवश्यक गाईडलाईन जारी किये गये है. साथ ही स्थानीय हालात को ध्यान में रखते हुए टास्क फोर्स को अपने स्तर पर भी कुछ निर्णय लेने की छूट दी गई है, ताकि बच्चों को इस संक्रमण की चपेट में आने से बचाया जा सके.
इस टास्क फोर्स में जिलाधीश, जिला शल्य चिकित्सक, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, वैद्यकीय महाविद्यालय के अधिष्ठाता, बालरोग विशेषज्ञ संगठन के प्रतिनिधि, चाईल्ड केयर कोविड सेंटर के प्रमुख का समावेश रहेगा. जिलाधीश के मार्गदर्शन में गठित की जानेवाली इस समिती के जरिये स्थानीय स्तर पर हालात को लेकर नजर रखी जायेगी, ऐसी जानकारी शहर के वरिष्ठ बालरोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप दानखडे द्वारा दी गई है. साथ ही उन्होंने बताया कि, बालरोग विशेषज्ञों द्वारा गत रोज ही जिला पालकमंत्री से मुलाकात करते हुए उन्हेें बताया गया कि, संकट की इस घडी में बालरोग विशेषज्ञ राज्य सरकार को हर संभव सहायता देने हेतु तैयार है, क्योंकि कोविड संक्रमण की तीसरी लहर के दौरान बडे पैमाने पर छोटे बच्चे कोविड संक्रमण की चपेट में आ सकते है और इस समय सरकार व प्रशासन को बालरोग विशेषज्ञों के साथ व सहयोग की जरूरत पड सकती है.
- कोविड संक्रमण की चपेट में आनेवाले बच्चों के इलाज हेतु तमाम आवश्यक नियोजन करते हुए 90 फीसदी काम पूरा कर लिया गया है. वैश्विक व राष्ट्रीय स्तर से जो गाईडलाईन मिली है, उन पर आपसी समन्वय के साथ अमल करने की जरूरत है और जिला प्रशासन के नेतृत्व में इसे लेकर योग्य तरीके से काम किया जायेगा.
– डॉ. संदीप दानखडे
केंद्रीय सदस्य, बालरोग संगठन - सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार टास्क फोर्स का गठन किया जायेगा और बच्चों की सुरक्षा के लिए तमाम आवश्यक नियोजन किये जायेंगे. इस हेतु इस क्षेत्र के विशेषज्ञों की सहायता ली जायेगी.
– डॉ. नितीन व्यवहारे
निवासी उपजिलाधीश, अमरावती.