७७,६४८ किसानों को ७२४ करोड, ८१ लाख रूपये का कर्ज वितरित
६० प्रतिशत ही खरीफ फसल का वितरण किया गया
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सहकारी बैंकों के माध्यम से वितरण का बहाना बनाया जा रहा है
अमरावती/प्रतिनिधि दि.१५ – खरीफ की बुआई के लिए किसान बैंकों के चक्कर काटकर थक चुके है. लेकिन सरकारी और प्राइवेट बैंकों ने कर्ज नहीं दिया. एकमात्र जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक ने ही लक्ष्य तक पहुंचने का प्रयास किया है. जिसके कारण जिले में ६० प्रतिशत ही खरीफ फसल का कर्ज का वितरण किया गया. जिले के ७७ हजार ६४८ किसानों को ७२४ करोड़ ८१ लाख रूपये का कर्ज वितरित किया गया. खरीफ बुआई जुलाई के दूसरे सप्ताह तक समाप्त हो जाती है. बाबजूद इसके लीड बैंक खरीफ बुआई के लिए सहकारी और प्रायवेट बैंकों के माध्यम से वितरण शुरू होने का बहाना बनाया जाता है.
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शत प्रतिशत का लक्ष्य
जिला बैंक ने ९० प्रतिशत कर्ज वितरण कर पूर्ण कर दिया है. बैंक के ५२ हजार सदस्य है. बैंक की कर्ज वसूली ८० प्रतिशत तक पहुंची है. इसलिए बैंक ने ९०प्रतिशत किसानों को कर्ज दिया है. शेष २० प्रतिशत किसान वसूली कर देते है तो उन्हें भी बैंक द्वारा कर्ज उपलब्ध कराया जायेगा.
कोलवाडकर, एमडी जिला बैंक
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बढेगा कर्ज वितरण
जुलाई माह के अंत तक खरीफ फसल के लिए कर्ज वितरित किया जाता है. जिसके चलते जुलाई माह के अंत तक यह आंकडा बढने की संभावना है.
जितेन्द्र झा, व्यवस्थापक,
अग्रणी बैंक
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जिला बैंक की ९० प्रतिशत लक्ष्यपूर्ति
अमरावती जिला मध्यवर्ती बैंक को ४०५ करोड़ का लक्ष्य निर्धारित किया गया. जिसमें से बैंक ने ३६२ करोड़ ६९ लाख रूपये का कर्ज वितरित किया. ५२ हजार लाभार्थियों में से ४३ हजार ४३७ लाभार्थियों को यह कर्ज दिया गया. ९० प्रतिशत कर्ज वितरण कर जिला मध्यवर्ती बैंक ने सर्वाधिक कर्ज वितरण कर दिखाया है. उसकी तुलना में सरकारी बैंक व निजी बंैंकों के आंकडे काफी कम है. बैंक ऑफ बडौदा ने ४५, बैंक ऑफ इंडिया ने ३३, बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने ३३, बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने ६०, कैनड़ा ४१, सैंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने ५१ प्रतिशत कर्ज वितरण किया है. पंजाब नैशनल बैैक १७, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ४३, एक्सिस बैंक १३, आइसीआई ५, एचडीएफसी ३०, आइडीबीआई ३७, इंडसन बैंक ने ७० फीसदी कर्ज वितरण किया है.