७२७० विद्यार्थियों को कक्षा ११ वीं में प्रवेश की प्रतिक्षा
मराठा आरक्षण के मसले से अटके प्रवेश
-
ऑनलाईन प्रवेश प्रक्रिया ठप्प
अमरावती/दि.१० – इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से कक्षा १० वीं का परीक्षा परिणाम घोषित होने में पहले ही काफी विलंब हुआ. जिसके बाद जैसे-तैसे कक्षा ११ वीं की ऑनलाईन प्रवेश प्रक्रिया शुरू हुई. लेकिन इसी दौरान मराठा आरक्षण के मसले को लेकर पैदा हुए गतिरोध के चलते अमरावती में ७ हजार २७० विद्यार्थियों का प्रवेश लटक गया. जिसकी वजह से संबंधित छात्र-छात्राएं व उनके अभिभावक चिंताग्रस्त दिखाई दे रहे है. साथ ही सरकार जब तक मराठा आरक्षण का मसला हल नहीं करती तब तक कक्षा ११ वीं के प्रवेश का मार्ग नहीं खुलेगा. फिलहाल ऐसा चित्र दिखाई दे रहा है.
शिक्षा विभाग ने कक्षा ११ वीं में प्रवेश हेतु सबकुछ ऑनलाईन के अनुसार १ अगस्त से प्रवेश हेतु लिंक खोली और अमरावती महानगर क्षेत्र में स्थित कला, वाणिज्य, विज्ञान व एमसीवीसी शाखाओं की १५ हजार ३६० सीटों के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू की गई. जिसमें १२ हजार २०२ विद्यार्थियों ने अपना पंजीयन कराया और झिरो राउंड व पहले राउंड की प्रक्रिया के बाद ४ हजार ९३२ विद्यार्थियों का प्रवेश निश्चित हुआ. लेकिन दूसरे राउंड की प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने से ऐन पहले ही मराठा आरक्षण के मसले को लेकर सरकार ने इस प्रवेश प्रक्रिया को रोक देने का आदेश जारी किया. जिसकी वजह से ७ हजार २७० विद्यार्थियों का प्रवेश लटक गया है, और अब वे इस मामले को लेकर सरकार के नये आदेश की प्रतिक्षा कर रहे है. इस बारे में जानकारी देते हुए केंद्रीय प्रवेश समिती के सदस्य प्रा. अरविंद मंगले ने बताया कि, इस समय अमरावती महानगर के विभिन्न महाविद्यालयों में १० हजार ४२८ सीटें रिक्त पडी है और ७ हजार २७० विद्यार्थियों को प्रवेश देना बाकी है, लेकिन जब तक सरकार की ओर से नया आदेश नहीं आता, तब तक यह प्रवेश प्रक्रिया आगे नहीं बढायी जा सकती. ऐसे में इस समय सभी संबंधित अभिभावकों द्वारा मांग की जा रही है कि, मराठा आरक्षण के मसले को जल्द से जल्द हल करते हुए कक्षा ११ वीं के विद्यार्थियों को राहत दी जाये.