चिखलदरा/दि.8 – पर्यटन नगरी चिखलदरा सहित तहसील अंतर्गत आनेवाले 22 गांवों में 73 कोरोना बाधित मरीज पाए गए. आदिवासी बहुल मेलघाट में कोरोना मरीजों की बढती संख्या को देखते हुए प्रशासन अलर्ट हो चुका है. पिछले वर्ष तहसील के आदिवासी बहुल गांवों में कोरोना का एक भी मरीज नहीं पाया गया था और यहां पर लॉकडाउन में शिथिलता दिए जाने पर यहां के मजदूरों ने रोजगार के लिए स्थानांतरण किया था. जिसकी वजह से कोरोना संक्रमण तहसील में होने की संभावनाएं व्यक्त की जा रही है.
विगत सालभर में मेलघाट में 246 कोरोना बाधित मरीज पाए गए थे जिसमें एक भी मरीज की मौत नहीं हुई. मेलघाट में टीकाकरण की शुरुआत होते ही पिछले चार दिनों में अचानक संक्रमितों की संख्या बढ जाने की वजह से यहां त्रिसूत्रिय नियमों का पालन करने का आहवान प्रशासन द्बारा किया गया है. हाल ही में आदिवासियों का प्रमुख त्यौहार होली मनाने के लिए आदिवासी मजदूर वापस अपने गांवों की ओर आए तब इन आदिवासी मजदूरों की जांच नहीं की गई. अगर उसी समय जांच कर ली जाती तो आज संक्रमितों की संख्या नहीं बढती ऐसा भी कहा जा रहा है.
मेलघाट आदिवासी बहुल क्षेत्र में शासन द्बारा चलाए गए टीकाकरण अभियान को भी उत्स्फूर्त प्रतिसाद यहां नहीं मिल पा रहा है ऐसा वैद्यकीय अधिकारी ने कहा. अब तक केवल 2 हजार लोगों का ही टीकाकरण किए जाने की जानकारी समाने आयी है. सोमवार को स्वास्थ्य विभाग द्बारा दी गई रिपोर्ट के अनुसार चिखलदरा 20, काटकुंभ 10,चूर्णी 8, चिखली, बामादेही, काजलडोह, मेहरीआम, कन्हेरी, हातरु, गांगरखेडा इन प्रत्येक गांव में 3 से 4 तथा डोमा, सेमाडोह, कुलगंणा, बारुगव्हाण, कामापुर, रायपुर, रेहट्याखेडा, भंडोरा इन 22 गांवों में कोरेाना बाधित मरीज पाए गए है. जिसमें प्रकल्प अधिकारी मिताली सेठी, तहसीलदार माया माने व डॉ. सतीश प्रधान ने घर-घर भेंट देकर नागरिकों से कोरोना जांच करवाने का आहवान किया है.