अमरावती

73 वर्षीय निर्मलाबाई ने कोरोना से जंग जीती

संक्रमित कोरोना मरीजों का भी बढाया हौसला

चांदूर रेल्वे/दि.11 – इन्सान अपनी इच्छाशक्ति के सहारे कुछ भी कर सकता है इच्छाशक्ति में बडी ताकत होती है ऐसी ही एक वृद्ध महिला ने अपनी इच्छशक्ति से कोरोना जैसी घातक बीमारी पर बगैर ऑक्सीजन व रेमडेसिवीर के मात दी और जीत हासिल की. चांदूर रेल्वे तहसील अंतर्गत आनेवाले कारला की 73 वर्षीय वृद्ध महिला निर्मलाबाई गिरासे को कोरोना का संक्रमण हुआ था. कोरोना महामारी में रेमडेसिवीर इंजेक्शन व ऑक्सीजन की आवश्यकता पडती है किंतु निलाबाई ने दोनो का इस्तेमाल किए बिना ही कोरोना पर मात दी. निर्मलाबाई गिरासे ने अपने परिजनों की सहायता से व वैद्यकीय अधिकारियों के मार्गदर्शन में उपचार करवाया और वह सही सलामत अपने घर पहुंची. निर्मलाबाई गिरासे के पति की मौत दो साल पहले वृद्धा अवस्था के चलते हुई थी. निर्मलाबाई को अपनी संतान नहीं थी जिसमें उन्होंने अपनी भाई की बेटी रुपाली को गोद लिया था और उसका पालन पोषण कर उसका विवाह भी करवा दिया.
आधुनिक विचारों वाली इस महिला ने बेटे के बजाया बेटी को गोद लिया. पति के देहांत के बाद कुछ समय तक वह दुखी रही किंतु उसके पश्चात स्वयं को संभालकर नाती-पोतो के साथ अपनी जिंदगी गुजार रही थी. हाल ही में कुछ दिनों पूर्व निलाबाई की तबीयत अचानक खराब हो गई परिजनों ने उसे मार्डी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उपचार के भर्ती करवाया. डॅाक्टरों ने जांच के पश्चात कोरोना जांच करवाने की सलाह दी. रिपोर्ट में वह पॉजीटीव आयी. नांदगांव खंडेश्वर के एक अस्पताल में उन्हें दाखिल किया गया. बेटी रुपाली ने समय-समय पर मां का ध्यान रखा और निलाबाई ने अपनी इच्छाशक्ति के बल पर बगैर इंजेक्शन व ऑक्सीजन के बल पर जीत हासिल की. स्वास्थ्य होने के पश्चात अब निलाबाई दूसरे कोरोना बाधित मरीजों का हौसला बढा रही है और साथ ही जनजागृति कर कोरोना से डरे नहीं उपचार करवाए और स्वास्थ्य रहे इस प्रकार का संदेश दे रही है.

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