अमरावती/दि.1- स्वास्थ्य बाबत शारीरिक व्याधी में जो साइलेंट किलर पहचाने जाते है उसकी नियमित जांच होना आवश्यक है. इस पर समय पर रोक लगाने के लिए स्वास्थ्य जांच होना आवश्यक है, ऐसा प्रतिपादन प्रादेशिक परिवहन अधिकारी राजाभाउ गिते ने किया.
पुराना बायपास रोड के होटल तंदुरी नाइट्स व लोनी परिसर के होटल व ढाबे पर आयोजित वाहन चालकों के दो दिवसीय स्वास्थ्य जांच शिविर के उद्घाटन अवसर पर वे बोल रहे थे. देश में सडक दुर्घटना एक गंभीर समस्या निर्माण हुई है. इन दुर्घटनाओं के कारण को देखा गया तब अधिकांश सडक दुर्घटना में वाहन चालक कारणीभूत रहने की बात स्पष्ट हुई. इसी कारण को देखकर परिवहन विभाग ने राज्य में बस चालकों की स्वास्थ्य जांच मुुहिम शुरु की है. इसमें रक्तदाब, शुगर, नेत्रजांच का समावेश किए जाने से वाहन चालकों को शरीर के साइलेंट किलर पहचाना आवश्यक हो गया है, ऐसा राजाभाउ गिते ने कहा. कार्यक्रम में महामार्ग पुलिस विभाग के निरीक्षक सुनील बच्छाव, सहायक निरीक्षक वैशाली आठवले, पीडीएमसी के डॉ. पद्माकर सोमवंशी और डॉ. अजय साखरे ने उपस्थित रहकर मार्गदर्शन किया. प्रादेशिक परिवहन कार्यालय व डॉ. पंजाबराव देशमुख वैद्यकीय महाविद्यालय तथा महामार्ग पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में बस वाहन चालकों का स्वास्थ्य जांच शिविर 30 व 31 अगस्त को जूना बायपास रोड स्थित होटल तंदुरी नाइट में आयोजित किया गया था. इस शिविर में 162 वाहन चालकों की स्वास्थ्य जांच की गई. जिसमें किसी भी वाहन चालक में स्वास्थ्य विषयक व्याधी दिखाई नहीं दी. 75 लोग नेत्रदोषी पाए गए. इन सभी को अब नि:शुल्क चष्मा दिया जाएगा. शिविर केने अथक परिश्रम किया. कार्यक्रम का संचालन व आभार प्रदर्शन पीडीएमसी के समन्वयक ब्रिजेश दलवी ने किया.