अमरावती/दि.5- पूरे प्रदेश में दर्ज विविध चोरी तथा सेंधमारी की घटनाओं में लोगों का 771 करोड से अधिक माल उडा दिए जाने की जानकारी राष्ट्रीय अपराध पंजीयन विभाग के अहवाल से उजागर हुई हैं. कोविड से पहले 2019 के आंकडे की तुलना में यह संख्या भले ही कम हैं. मगर रिकवरी की बात करें तो सिर्फ 32 प्रतिशत अर्थात 252 करोड का माल पुलिस आरोपियों को दबोचकर हस्तगत कर पाई हैं. जिसमें वाहन चोरी और सार्वजनिक स्थानोें पर हुई चोरी की घटनाएं शामिल हैं.
* 977 करोड का था आंकडा
वर्ष 2019 में 977 करोड का माल चोरी हुआ था. ताजा 771 करोड की राशि अक्तूबर माह तक महाराष्ट्र में दर्ज घटनाओं की हैं. 2020 में पूरे वर्ष में 688 करोड का माल चोरी हुआ था. जिसमें से पुलिस ने कार्रवाई कर आरोपियों से 178 करोड का माल हस्तगत किया था.
* अपेक्षित सफलता नहीं
चोरी और सेंधमारी की दर्ज घटनाओं में सडक पर चलते समय हुई गहनों, मोबाइल की चोरी, रेल, सडक, विमान प्रवास मेें हुई चोरी, बैंक, एटीएम तथा अन्य सार्वजनिक स्थानों पर हुई घटनाओं का समावेश हैं. चोरी के माध्यम से लोगों की संपत्ति कर लुटेरे हाथ साफ करते हैं. पुलिस विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज करती हैं. आरोपियों का पीछा कर उन्हें पकडती हैं. किंतु दर्ज अपराध और उजागर हुए अपराध सहित हस्तगत मालमत्ता के बारे में पुलिस को अपेक्षित सफलता नहीं मिलने की जानकारी स्वयं एनसीआरबी की रिपोेर्ट में दी गई हैं. देश की बात करें तो पिछले वर्ष 720591 चोरी की घटनाएं देश भर में दर्ज हुई. जिसमें वाहन चोरी के मामले सर्वाधिक रहे. चोरों ने 5173 करोड रुपए का माल उडा दिया. जिसमें से पुलिस 214357 घटनाओं का पर्दाफाश कर सकी. आरोपियों को दबोचकर 1561 करोड रुपए का माल जब्त किया गया. अधिकांश माल कोर्ट के आदेश से शिकायतकर्ता को लौटा दिया गया हैं.