अमरावतीमहाराष्ट्र

विदर्भ के 8 प्रत्याशी पहली बार लोकसभा में

अमरावती/दि.7– 18 वीं लोकसभा के लिए हुए संसदीय चुनाव पश्चात विदर्भ के 10 संसदीय क्षेत्रों से 8 उम्मीदवार विजयी होकर पहली बार लोकसभा में प्रवेश करने वाले है. संसदीय चुनाव की प्रक्रिया विगत 4 जून को मतगणना के साथ ही खत्म हुई और इस चुनाव में सभी की निगाहे विदर्भ की निर्णायक सीटों पर लगी हुई थी. इस चुनाव में जहां एक ओर कई दिग्गज नेताओं को हार का सामना करना पडा. वहीं दूसरी ओर कई नई-नवेले उम्मीदवारों ने जीत हासिल करते हुए सांसद निर्वाचन होने का बहुमान प्राप्त किया. जो अब पहली बार संसद भवन में प्रवेश करेंगे. जिनमें अमरावती संसदीय क्षेत्र के नवनिर्वाचित सांसाद बलवंत वानखडे का भी समावेश है.

बता दें कि, विदर्भ क्षेत्र में 10 संसदीय सीटें है. जिन पर जीत हासिल करने के लिए महायुति तथा इंडी गठबंधन के प्रत्याशियों सहित कई निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी. साथ ही सभी राजनीतिक दलों के दिग्गज नेताओं ने भी इस चुनाव को अपनी नाक और प्रतिष्ठा का मुद्दा बना लिया था. लेकिन विदर्भ क्षेत्र में नतीजे काफी उलटफेर वाले रहे. जिसके तहत 4 मौजूदा सांसदों को हार का सामना करना पडा. वहीं नागपुर संसदीय क्षेत्र को छोडकर अन्य संसदीय सीटों पर प्रस्थापितों की हार हुई. इसके साथ ही 8 सीटों पर पहली बार चुनाव लडने वाले नये नवेले प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की.

अमरावती संसदीय क्षेत्र में इंडी गठबंधन की ओर से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर पहली बार लोकसभा का चुनाव लडने वाले बलवंत वानखडे ने भाजपा प्रत्याशी एवं निवर्तमान सांसद नवनीत राणा को पराजीत किया. इसके साथ ही अब तक दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रहने वाले बलवंत वानखडे अब सांसद निर्वाचित होकर दिल्ली का रुख करेंगे तथा पहली बार संसद भवन के भीतर प्रवेश करेंगे. इसके साथ ही अमरावती संसदीय क्षेत्र से सटे वर्धा संसदीय क्षेत्र में राकांपा प्रत्याशी व आर्वी के पूर्व विधायक अमर काले ने पहली बार लोकसभा का चुनाव लडते हुए दो बार के सांसद व भाजपा प्रत्याशी रामदास तडस को करारी शिकस्त दी. जिसके चलते अब अमर काले भी पूर्व विधायक से सांसद बनते हुए पहली बार संसद पहुंचेंगे.

इसके साथ ही यवतमाल-वाशिम संसदीय क्षेत्र में पूर्व विधायक तथा शिवसेना उबाठा के प्रत्याशी संजय देशमुख ने भी पहली बार लोकसभा का चुनाव लडते हुए जीत हासिल की है. जिन्होंने शिंदे गुट वाली शिवसेना की प्रत्याशी राजश्री पाटिल को पराजीत किया. यह इन दोनों प्रत्याशियों का बेहद पहला संसदीय आम चुनाव था. ऐसे में इस सीट के नतीजे को लेकर अच्छी खासी उत्सुकता बनी हुई थी. इसी तरह अकोला संसदीय क्षेत्र के पूर्व सांसद संजय धोत्रे के बेटे व भाजपा प्रत्याशी अनूप धोत्रे ने पहली बार लोकसभा का चुनाव लडते हुए 40 हजार 626 वोटों से पहली बार ही संसदीय चुनाव लड रहे कांग्रेस प्रत्याशी अभय पाटिल को पराजीत किया.
इसके अलावा चंद्रपुर-वणी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा धानोरकर ने समूचे विदर्भ क्षेत्र में सर्वाधिक 2 लाख 60 हजार 406 वोटों की लीड हासिल करते हुए राज्य के वनमंत्री व भाजपा प्रत्याशी सुधीर मुनगंटीवार को पराजीत किया और वे पहली बार सांसद निर्वाचित हुई. बता दें कि, चंद्रपुर के दिवंगत सांसद बालू धानोरकर की पत्नी प्रतिभा धानोरकर अब तक वरोरा विधानसभा क्षेत्र की विधायक थी और उनके पति बालू धानोरकर ने भी इसके पहले वरोरा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था. ऐसे में विधानसभा में अपने पति की विरासत को संभालने के साथ ही प्रतिभा धानोरकर अब संसद में भी अपने पति की विरासत को संभालने के लिए तैयार है. इसके साथ ही गडचिरोली-चिमूर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी डॉ. नामदेव किरसान ने भाजपा प्रत्याशी व मौजूदा सांसद अशोक नेते को 1 लाख 41 हजार 696 वोटों से पराजीत किया और डॉ. नामदेव किरसान पहली बार सांसद निर्वाचित हुए. इसी तरह गोंदिया-भंडारा संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. प्रशांत पडोले ने भाजपा प्रत्याशी व मौजूदा सांसद सुनील मेंढे को 37 हजार 380 वोटों से पराजीत किया और प्रशांत पडोले भी पहली बार ही लोकसभा चुनाव लडकर सांसद निर्वाचित होने में कामयाब रहे.

* भाजपा के 4 मौजूदा सांसदों को नये प्रत्याशियों के हाथों करना पडा हार का सामना
इस बार विदर्भ क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी को अच्छा खासा नुकसान उठाना पडा है. क्योंकि भाजपा के 4 मौजूदा सांसदों को नये-नवेले प्रत्याशियों के हाथों हार का सामना करना पडा. जिसके तहत अमरावती की सांसद नवनीत राणा, वर्धा के सांसद रामदास तडस, गडचिरोली-चिमूर के सांसद अशोक नेते तथा गोंदिया-भंडारा के सांसद सुनील मेंढे की कांग्रेस व राकांपा की ओर से पहली बार चुनाव लड रहे नये-नवेले प्रत्याशियों के हाथों हार हुई. इसके साथ ही चंद्रपुर-वणी निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के प्रत्याशी व राज्य के वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार को भी कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर पहली बार संसदीय चुनाव लड रही महिला विधायक प्रतिभा धानोरकर के हाथों करारी शिकस्त का सामना करना पडा.

* नागपुर व बुलढाणा के मौजूदा सांसदों ने बचाई अपनी सीट
नागपुर संसदीय क्षेत्र के मौजूदा सांसद व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भाजपा प्रत्याशी के तौर पर एक बार फिर अपनी जीत का इतिहास दोहराया. जहां पर उनकी जीत एक तरह से निर्विवाद भी रही. वहीं दूसरी ओर बुलढाणा संसदीय क्षेत्र के शिंदे सेना प्रत्याशी व मौजूदा सांसद प्रतापराव जाधव जैसे-तैसे अपनी सीट बचा पाने में कामयाब हो पाये. जिन्हें विगत चुनाव की तुलना में इस बार लगभग आधे वोट मिले और लीड का अनुपात भी पिछली बार की तुलना में कई गुना अधिक कम रहा. लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी रविकांत तुपकर एवं वंचित प्रत्याशी वसंत मगरे द्वारा हासिल किये गये वोटों और सभी प्रत्याशियों के बीच हुए वोटों के विभाजन के चलते प्रतापराव जाधव एक तरह से फायदे में रहे और एक बार फिर संसद पहुंचने में कामयाब रहे.

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