अमरावती/ दि. 18-बारिश का मौसम शुरू होते ही जिले में सर्पदंश के मामले भी बढने लगे है. विगत 8 दिनों में अकेले इर्विन अस्पताल में सर्पदंश के 12 मरीज इलाज के लिए दाखिल किए गये. उसी प्रकार श्वानाेंं के काटने से घायल मरीजों का आंकडा भी तेजी से बढ रहा है. खेतों में काम करनेवाले मरीजों को सर्पदंश की संभावना बढने से इर्विन अस्पताल में सर्पदंश के मरीजों पर इलाज के लिए एन्टी स्नेक व्हेनम का पर्याप्त स्टाक उपलब्ध कराया गया है. सर्पदंश का मरीज अस्पताल में दाखिल होते ही उसका सेन्सेविटी टेस्ट कराया जाता है. टेस्ट की रिपोर्ट के आधार पर संबंधित मरीज का ईलाज किया जाता है. उसी प्रकार श्वानों के काटने से घायल मरीजों पर ए. आर. वैक्सीन व ए. आर. एस. वैक्सीन के माध्यम से इलाज किया जाता है. ऐसा डॉ. उज्वला मोहोड ने दैनिक अमरावती मंडल को बताया.
सर्पदंश के मामलों में खेतों में काम करनेवाले मजदूर व शहरी क्षेत्र में निवासी परिसरों में साँप निकलने से सर्पदंश की घटनाएं घटती है. साँप के बिलों में बारिश का पानी घुसने से वे बाहर निकलते है. उसी प्रकार खुले में फेंके गये खाद्य पदार्थो को खाने के लिए आनेवाले मेंढक का शिकार करने के लिए भी साँप निवासी बस्ती परिसरों में निकलते है. वहीं श्वान के काटने के मामले में 20 प्रतिशत से अधिक मरीज पालतू श्वानों के काटने से घायल होेते है. इसलिए नागरिको से सजग रहने की अपील की जा रही है.