अमरावती

बिजली गिरने से 8 की मौत, 7 लोगों को मिली सहायता

इस बारिश के मौसम की घटनाएं

मृत व्यक्ति के वारिसदारों को मिले प्रति 4 लाख
अमरावती- दि.8  इस वर्ष बारिश के मौसम में जून से सितंबर माह के बीच शरीर पर बिजली गिरने के कारण 8 लोगों की मौत हो गई हैं. जिसमें से 7 मृत्य व्यक्तियों के वारिसदारों को प्रति 4 लाख रुपए के हिसाब से शासन की ओर से सहायता दी गई. इसमें से एक मामला पीएम रिपोर्ट न मिलने के कारण प्रलंबित होने की जानकारी जिला प्रशासन ने दी है.
प्राकृतिक विपदा में मौत होने पर एनडीआरएफ के निष्कर्ष के अनुसार 4 लाख रुपए की शासन सहायता दी जाती है. जिले में इस बार की बारिश में विपदा में 31 लोगों की मौत हुई हैं. इसमें सबसे ज्यादा 21 लोगों की नदी-नाले की बाढ में बह जाने के कारण मौत हुई हैं. इसके अलावा शरीर पर दीवार ढह जाने के कारण दो लोगों की मौत हुई. उन मामलों में मरने वालों में से केवल दो लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त न होने के कारण शासन की सहायता प्रलंबित है. जिले में 5 जुलाई से बारिश लगातार शुरु है. जिसमें जिले में औसतन 119 प्रतिशत बारिश दर्ज की गई. इस बार बारिश के चार माह में मेलघाट छोडकर सभी तहसील में औसतन से अधिक बारिश हुई है. इस दौरान 84 राजस्व मंडल में अतिवृष्टि होने के कारण 31 लोगों की प्राकृतिक विपदाओं के चलते मौत हुई हेै. वे सभी मृतक के परिवारों को सहायता दी गई.

सात लोगों को मिले प्रति 4 लाख
विपदा के चलते व्यक्तियों की मौत होती है तो, एनडीआरएफ के निष्कर्ष के अनुसार प्रति मृत व्यक्ति 4 लाख रुपए की शासन सहायता मृतक के वारिसों को दी जाती है. जिले में आठ व्यक्तियों की बिजली गिरने के कारण मौत हो गई. जिसमें से सात मामले में शासन की ओर से सहायता दी गई.

प्राकृतिक विपदा में 176 मवेशियों की मौत
प्राकृतिक विपदा के चलते 176 छोटे, बडे मवेशियों की मौत हुई हैं. इसमें 118 दुधारू, ढुलाई काम करने वाले 24, छोटे दुधारू 25 मवेशियों की मौत हुई हैं. इसके अलावा मुर्गी पालन में 10,246 पक्षियों की मौत हुई. इसके लिए एनडीआरएफ के निष्कर्ष के अनुसार सहायता दी गई.

बाढ में बहेे 21 की मौत
इस बार बारिश के मौसम में प्राकृतिक विपदाओं के चलते 31 लोगों की मौत हो गई हैं. इसमें 8 लोगों की शरीर पर बिजली गिरने से और 21 लोगों की नदी, नाले में बह जाने के कारण मौत हो गई. इसके अलावा 2 लोगों के शरीर पर दीवार ढह जाने से मौत हुई हैं. उन दोनों मृतकों के वारिसदारों को प्रति 4 लाख रुपए शासन की ओर से सहायता दी गई.

कितनी मिलती है सहायता?
– मौत होने पर : 4,00,000
– 60 फीसदी विकलांग : 2,00,000
– 40 से 60 फीसदी विकलांग : 51,900
– सप्ताहभर से अधिक अस्पताल में रहे तो : 12,700

Related Articles

Back to top button