* मोहोड की शिकायत पर सचिव विजयकर ने दिए आदेश
अमरावती/दि.1– फसल मंडी में किसानों से 8 प्रतिशत अवैध अडत वसूली के मामले में सचिव दीपक विजयकर ने तीन अडते पर फौजदारी कार्रवाई की सिफारिश कर दी है. इन अडते के नाम सुधाकर बनारसे, आशीष उर्फ पंकज जलितकर और विनोद मनोहर मांडले हैं. इनके विरुद्ध पहले ही परवाना रद्द करने की कार्रवाई की गई है. अडते कार्रवाई के विरुद्ध जिला उपनिबंधक की कोर्ट में भी गए थे. किंतु वहां भी उन पर कार्रवाई उचित ठहराई गई थी. जिससे इसके निलंबित लाइसेंस रिनिव नहीं हो सके और रद्द हो गए हैं. अब उन्हें फौजदारी कार्रवाई झेलनी पडेगी. बता दें कि किसान हित में इस बारे में शिकायत नितिन मोहोड ने की थी. मोहोड ने सतत अपनी शिकायत का फालोअप लेकर पुलिस कार्रवाई के लिए मंडी प्रशासन को विवश किया. मोहोड का आरोप तो और संगीन है. उनका दावा है कि गत 5 वर्षो में मंडी में साग भाजी का 400 करोड रुपए का टर्नओवर का अनुमान है और उस पर 8 प्रतिशत गैर कानूनी अडत वसूली कर किसानों से 32 करोड रुपए ऐंठे गए हैं.
जानकारी के अनुसार किसान नितिन मोहोड अपने खेत का भाजीपाला बेचने मंडी में आए थे. उस समय उनसे अवैध 8 प्रतिशत अडत वसूली गई. जिसके खिलाफ उन्होंने प्रशासन के पास शिकायत दी. प्रशासन ने जांच कर संचालक मंडल की सभा की सिफारिश पर अडते के लाइसेंस निलंबित कर दिए. अडते इसके विरुद्ध डीडीआर के पास गए. वहां भी कार्रवाई कायम रही. जिसे मोहोड ने अपनी जीत बताकर बनारसे, मांडले व जलितकर पर पुलिस कार्रवाई की मांग की. सचिव विजयकर ने मंडी के सहायक सचिव पी. के. पवार को सिटी कोतवाली में शिकायत देने कहा है. बता दें कि मोहोड ने अनेक आरोप लगाए थे.
* किसानों से वसूली नहीं
सचिव विजयकर ने अमरावती मंडल से बातचीत में दावा किया कि केवल व्यापारी से अडत वसूली की जाती है. मंडी में प्याज, आलू और अन्य अनेक सब्जियां दूसरे गांव-शहरों से व्यापारी बेचने लाते हैं. उस पर अडत ली जाती है. किसानों से अडत वसूली नहीं की जाती. उन्होंने यह भी कहा कि जहां तक मोहोड का मामला है केवल 300, 600 और 900 रुपए की अडत ली गई थी.