* आयुक्त आष्टीकर ही पेश करेंगे बजट
अमरावती/दि.3– आगामी 8 मार्च को मनपा के मौजूदा पदाधिकारियों व सदस्यों का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है. चूंकि, इस समय तक मनपा के नये सदस्यों के चुनाव को लेकर कोई अधिसूचना जारी नहीं की गई है. ऐसे में मौजूदा सदन का कार्यकाल खत्म होने से लेकर नये सदन का गठन होने तक अमरावती मनपा में प्रशासकराज रहेगा. इस संदर्भ में राज्य के नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव महेश पाठक द्वारा आज एक आदेश जारी करते हुए अमरावती मनपा के मौजूदा सदन का कार्यकाल खत्म होने पर 8 मार्च से अमरावती मनपा में प्रशासक पद पर मनपा आयुक्त की नियुक्ति करने की बात कही गई है. साथ ही मनपा आयुक्त के नाम जारी पत्र में मनपा के मौजूदा सदन का कार्यकाल खत्म होते ही प्रशासक के तौर पर कार्यभार संभालने और संबंधित अधिनियम के प्रावधानानुसार आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया.
उल्लेखनीय है कि, विगत कुछ दिनों से यह संभावना बनी हुई थी कि, अमरावती मनपा के मौजूदा सदन के कार्यकाल को समयावृध्दि नहीं मिलनेवाली है और यहां पर 8 मार्च से प्रशासक राज शुरू हो जायेगा. सबसे पहले दैनिक अमरावती मंडल ने ही इस खबर को प्रकाशित करते हुए संभावना जताई थी कि, संभवत: मनपा आयुक्त के पास ही प्रशासक पद की जिम्मेदारी आयेगी और आज राज्य के नगरविकास विभाग द्वारा जारी पत्र से यह संभावना पूरी तरह से सच साबित हुई है.
.इसके साथ ही अब मार्च माह के दौरान प्रशासक के तौर पर आयुक्त प्रवीण आष्टीकर द्वारा ही मनपा का आगामी अंतरिम बजट पेश करते हुए इसे मंजुरी दी जायेगी. जो आगामी चुनाव को देखते हुए करीब 250 करोड रूपये का रह सकता है. जिसमें से करीब 170 करोड रूपये चुनावी खर्च के लिए आरक्षित रखे जा सकते है. ऐसे में मनपा द्वारा आगामी तीन माह की अवधि को ध्यान में रखते हुए बजट बनाया जा रहा है. जिसके लिए सभी विभागों द्वारा अपने-अपने कार्यालय के अनुमानित आय-व्यय का ब्यौरा मनपा के लेखा विभाग को प्रस्तुत किया जा चुका है.
* मौजूदा सदस्यों के कार्यकाल के अंतिम पांच दिन बचे
सन 2017 में पांच वर्ष के लिए चुने गये मनपा के मौजूदा पार्षदों का कार्यकाल खत्म होने में अब केवल अंतिम पांच दिन बचे हुए है. ऐसे में हर कोई इन पांच दिनों के दौरान आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हुए अपने-अपने प्रभागों में भुमिपूजन व लोकार्पण समारोह आयोजीत करने की जद्दोजहद में जुटा हुआ है. साथ ही इस जरिये चुनाव की तैयारियां भी शुरू हो गई है. इसके अलावा पांच दिन पश्चात महापौर, उपमहापौर, सभागृह नेता, नेता प्रतिपक्ष, स्थायी समिती सभापति, गुट नेता, विषय समिती सभापति व झोन सभापति जैसे पदाधिकारियों के कैबिन भी खाली हो जायेंगे और उनके कक्ष पर ताला लगा दिया जायेगा. साथ ही इन कार्यालयों में नियुक्त कर्मचारियों को अन्य विभागों में तैनात किया जायेगा. जिसके चलते मनपा में हमेशा दिखाई देनेवाली चहल-पहल पांच दिन बाद पूरी तरह से खत्म हो जायेगी.