लिंक पर क्लिक करते ही 80 लाख साफ, 25 लाख वापस मिले
तत्काल दर्ज कराये शिकायत, सोच समझकर करे ऑनलाइन लेन-देन
अमरावती/ दि.2 – मोबाइल पर प्राप्त लिंक पर क्लिक करते ही बैंक खाते से अलग-अलग बैंक खातों में 80 लाख रुपए ट्रान्सफर हो गए. ऐसी घटनाएं कोई नई बात नहीं है. ऑनलाइन लेनदेन में इस तरह की घटनाएं लगातार बढती जा रही है. 5-जी सीम अपडेट करने के नाम पर लिंब करते ही कुछ लोगों के बैंक खातों से रुपए गायब होने की शिकायत दज्र की गई है. इसमें से 25 लाख रुपए वापस दिलाने में सायबर सेल को सफलता मिली है.
शहर तथा जिले में सायबर अपराध बड रहे है. जिसमें आर्थिक लेन-देन के मामले सामने आ रहे है. पिछले वर्षभर में सायबर थाने व पुलिस थाने में प्राप्त शिकायत में 100 से ज्यादा शिकायत आर्थिक धोखाधडी की है. इसमें करीब 80 लाख से अधिक रकम की धोखाधडी की गई. सायबर पुलिस थाने में रोजाना औसतन 3 शिकायत प्राप्त हुई है. ऑनलाइन डकैती के अपराध चिंता की बात है. ऑनलाइन धोखाधडी के अपराध सायबर पुलिस थाने व संबंधित पुलिस थाने में दर्ज की जाती है. इसके अनुसार वर्षभर में 98 लोगों ने ऑनलाइन धोखाधडी की शिकायत दी है. ऑनलाइन धोखाधडी होने पर नेशनल सायबर क्राईम रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई जासकती है व समीपस्थ पुलिस थाने व सायबर पुलिस थाने में शिकायत देना जरुरी है. इसके अलावा टोल फ्री क्रमांक भी उपलब्ध है. ऑनलाइन धोखाधडी के गिनती के अपराधों का पर्दाफाश करने में सायबर पुलिस को सफलता मिली है. उनके तार कई बार विदेशों से जुडे होने की बात सामने आयी है. जिसके कारण तहकीकात मर्यादीत रह गई. सायबर पुलिस थाने में दर्ज ऑनलाइन धोखाधडी के मामले में सायबर पुलिस को 25 लाख रुपए की रकम वापस दिलाने में सफलता मिली है.
24 घंटे में रकम वापस
रेलवे टिकट बुक करने के लिए गए एक वृध्द के बैंक खाते से 36 हजार रुपए डेबीट हो गए. केवल 24 घंटे में सायबर पुलिस ने वह रकम वृध्द को वापस दिलाने में सफलता पायी.
आरोपी चंद्रपुर से गिरफ्तार
इंस्टाग्राम पर एक युवती को बदनाम करने की घटना कुछ दिन पूर्व ही सामने आयी थी. सायबर सेल पुलिस ने तेजी से तहकीकात करते हुए मिस्टर बेफिक्रा को चंद्रपुर से गिरफ्तार करने में सफलता पायी.
सावधानी से करे ऑनलाइन लेन-देन
धोखाधडी करने वाली लिंक पर न जाए, किसी को अपनी ओटीपी शेअर न करे, क्रेडीट, डेबीट, एटीएम कार्ड, बंद नहीं होने देना हो, तो वेरिफिकेशन करना होगा, ऐसे फोन आने पर विश्वास न करे. बैंक इस तरह के फोन कभी नहीं करती.
– नवीनचंद्र रेड्डी,
पुलिस आयुक्त अमरावती