अमरावती/दि.05– जून से सितंबर के दौरान जिले में बारिश ने 31 प्रतिशत कमी बताई गई रही तो भी समीप के राज्य में गिरी बारिश के कारण जिले के सिंचन प्रकल्प जलमय हो गए हैं. 4 अक्तूबर तक जिले के छोटे-बडे 53 प्रकल्पों का जलस्तर 79.98 प्रतिशत है.
जिले के सबसे बडे अप्पर वर्धा प्रकल्प में शतप्रतिशत जलसंग्रहण है. इस प्रकल्प में फिलहाल 564.05 दलघमी पानी है. जिले में अप्पर वर्धा एकमात्र बडा प्रकल्प, 7 मध्यम और 53 लघु प्रकल्प है. पुराने चारों मध्यम प्रकल्प में औसतन 98 प्रतिशत जलसंग्रहित है. इसमें शहानूर प्रकल्प में 94.87 प्रतिशत, चंद्रभाग प्रकल्प में 98.44 प्रतिशत, पूर्णा प्रकल्प में 94.98 और सपन प्रकल्प में 95.03 प्रतिशत जल संग्रहित है. जबकि वरुड तहसील के पंढरी प्रकल्प में 32.72 तथा अचलपुर व चांदूर बाजार तहसील के बोर्डी नाला प्रकल्प में केवल 38.49 प्रतिशत जल संग्रहित है. धारणी तहसील का गर्गा मध्यम प्रकल्प अभी सूखा है. पंढरी, गर्गा और बोर्डी नाला इन तीनों प्रकल्पों का काम पूर्ण न होने से यह अवस्था है.
* अप्पर वर्धा के तीन दरवाजे खुले
जिले का सबसे बडे अप्पर वर्धा प्रकल्प लबालब रहने से इस बांध के तीन दरवाजे खुले रख वर्धा नदी में पानी छोडा जा रहा है.
* 53 प्रकल्पों में 80 फीसद पानी
जिले के 53 प्रकल्पों में 80 फीसद पानी है. 7 मध्यम प्रकल्पों में से शहानूर, चंद्रभागा, पूर्णा व सपन प्रकल्पों में 95.73 प्रतिशत पानी है.
– एस.पी. आडे,
कार्यकारी अभियंता,
अमरावती, मध्यम प्रकल्प विभाग