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11 माह के दौरान डफरीन में जन्मे 8,139 बच्चे

4,184 लडके व 3,955 लडकियों का हुआ जन्म

* 19,696 महिलाओं ने कराई स्वास्थ्य जांच
* 8,280 महिलाओं की हुई प्रसूति
अमरावती/दि.9 – इन दिनों यद्यपि निजी अस्पतालों में प्रसूति कराने का चलन व प्रमाण कुछ अधिक बढ गया है. लेकिन इसके बावजूद भी सुरक्षित प्रसूति हेतु सरकारी अस्पतालों की विश्वसनीयता कम नहीं हुई है. जारी वर्ष में विगत 11 माह के दौरान अमरावती के जिला स्त्री अस्पताल यानि डफरीन हॉस्पिटल में हुई प्रसूतियों और यहां पर अपनी स्वास्थ्य जांच कराने हेतु पहुंची महिलाओं की संख्या को देखते हुए यह बात स्पष्ट रुप से रेखांकित होती है.
बता दें कि, स्थानीय डफरीन अस्पताल में अमरावती शहर सहित जिले के तहसील क्षेत्रों से वास्ता रखने वाले सर्वसामान्य वर्ग की महिलाएं स्वास्थ्य जांच कराने के साथ-साथ गर्भवती होने पर प्रसूति कराने पहुंचती है. विगत 11 माह के दौरान यानि जनवरी से नवंबर माह तक डफरीन हॉस्पिटल में 19 हजार 696 महिलाएं अपनी स्वास्थ्य जांच कराने हेतु पहुंची. जिसमें से 8 हजार 280 महिलाओं की डफरीन अस्पताल में प्रसूति हुई. इसमें से 4 हजार 390 महिलाओं की सामान्य एवं 3 हजार 890 महिलाओं की सिजेरियन प्रसूति हुई तथा इन 11 माह के दौरान डफरीन अस्पताल में 8 हजार 139 बच्चों ने जन्म लेकर इस दुनिया में अपना पहला कदम रखा. जिनमें 4 हजार 184 बच्चों व 3 हजार 955 बच्चियों का समावेश रहा. उल्लेखनीय है कि, इन दिनों राज्य सरकार द्बारा सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को चूस्त-दुरुस्त करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. जिसके तहत सरकारी अस्पतालों में अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है. ताकि सरकारी अस्पतालों को भी इलाज एवं स्वास्थ्य सुविधाओं के लिहाज से बेहतरीन बनाया जा सके. वहीं दूसरी ओर निजी अस्पतालों में इलाज कराना दिनोंदिन काफी महंगा होता जा रहा है. यहीं वजह है कि, इन दिनोें लोगबाग निजी अस्पतालों की बजाय प्रसूति हेतु सरकारी अस्पतालों को प्राथमिकता दे रहे है.

* स्वास्थ्य जांच व प्रसूतियों के महिना निहाय आंकडे
महिना         स्वास्थ्य       जांच प्रसूति      सामान्य      सिजेरियन
जनवरी        1,903              814               468           346
फरवरी         1,684              721               369           352
मार्च             1,949              795               403           392
अप्रैल           1,571              747               382           365
मई              1,750             756                400            356
जून             1,583              616                322            294
जुलाई         1,652              630                 351           279
अगस्त        1,916             767                 423           344
सितंबर        1,788            732                  389           343
अक्तूबर         1,837           786                  419          367
नवंबर         2,064            916                  464          452
कुल            19,696          8,280               4,390       3,890

* 11 माह के दौरान जन्मे बच्चों की संख्या
महिना          लडके         लडकियां       कुल
जनवरी        405           398            803
फरवरी        360            352            712
मार्च            392            400           792
अप्रैल          362            374          736
मई              393           354          747
जून             325           292          607
जुलाई         313            293          606
अगस्त       407            347          754
सितंबर      383            393           722
अक्तूबर      388             382           770
नवंबर       456             434           840
कुल          4,184          3,955        8,139

* प्रति हजार 945 हैं कन्या जन्मदर
विगत 11 माह के दौरान डफरीन अस्पताल में 4,184 लडकों व 3,955 लडकियों का जन्म हुआ. इस संख्या को देखते हुए कहा जा सकता है. इस दौरान प्रति एक हजार लडकों के अनुपात में लडकियों का जन्मदर 945 रहा. वहीं इन 11 माह के दौरान जन्मे कुल 8,139 नवजात बच्चों में लडकियों का प्रतिशत 48.59 फीसद रहा. साथ ही मार्च व अप्रैल माह के दौरान लडकों की तुलना में लडकियों की संख्या अधिक रही. उल्लेखनीय है कि, कन्या जन्मदर बढाने हेतु सरकार के साथ-साथ सामाजिक स्तर पर भी विगत लंबे समय से प्रयास किए जा रहे है और विगत कुछ वर्षों के दौरान इसके सार्थक परिणाम भी दिखाई देने लगे है. डफरीन अस्पताल में विगत 11 माह के दौरान हुई प्रसूतियों के जरिए जन्मे बच्चों के लैंगिक अनुपात को देखते हुए कहा जा सकता है कि, कन्या जन्मदर की संख्या व स्थिति काफी हद तक संतोषजनक है.

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